Mokshda Ekadashi 2023: मोक्षदा एकादशी पर भूल से भी हो गई ये गलती, तो नहीं मिलेगा व्रत का फल, जानें क्या करें और क्या नहीं

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मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन मोक्षदा एकादशी (Mokshda Ekadashi 2023) मनाई जाएगी. इस बार मोक्षदा एकादशी 23 दिसंबर की पड़ रही है. इस दिन ही गीता जयंती (Geet Jayanti 2023) भी मनाई जाएगी. मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की श्रद्धापूर्वक और विधिपूर्वक पूजा करने, व्रत करने और व्रत कथा श्रवण से ही एकादशी के फल का पुण्य मिलता है.

एकादशी का व्रत (Ekadashi Vrat) करने से श्री हरि की कृपा कृपा प्राप्त होती है. भगवान विष्णु (Lord Vishnu) प्रसन्न होकर व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. जो लोग मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने की सोच रहे हैं, व्रत रखने से पहले उसके नियमों के बारे में जान लेना जरूरी है. क्योंकि शास्त्रों के अनुसार नियमपूर्वक व्रत न करने से व्रत का फल नहीं मिलता. आइए जानते हैं मोक्षदा एकादशी के दिन क्या करें और क्या नहीं करें.

1. मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से एक दिन पहले से ही प्याज, लहसुन, मसूर की दाल, बैंगन, जौ आदि का सेवन न करें.

2. शास्त्रों के अनुसार कोई भी व्रत करने के लिए मन, वचन और कर्म की शुद्धि जरूरी है. ऐसे में अपनी वाणी या कर्म से किसी भी व्यक्ति को दुख न दें. साथ ही, इस दिन किसी के बारे में बुरा न सोचें.

3. एकादशी व्रत से एक दिन पहले से ही तामसिक भोजन न करें और शराब से भी दूर रहें.

4. कहते हैं कि मोक्षदा एकादशी व्रत रखने के साथ व्रत कथा का पाठ या श्रवण करना जरूरी होता है. एकादशी व्रत पूजन के दौरान व्रत कथा अवश्य करें.

5. मोक्षदा एकादशी में व्रत का पारण भी नियमपूर्वक करना बहुत जरूरी है. सही पारण के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है. एकादशी से अगले दिन भगवान विष्णु की पूजा और दान के बाद व्रत पारण कर लें.

6. मान्यता है कि एकादशी व्रत के दिन बाल कटाना, दाढ़ी बनाना, नाखून काटना और झाड़ू आदि नहीं लगाना चाहिए.

7. इस दिन किसी दूसरे व्यक्ति से प्राप्त अन्न नहीं खाना चाहिए.

8. बता दें कि एकादशी के दिन फूल, पत्ते आदि नहीं तोड़ने चाहिए. ऐसी स्थिति में फूल और तुलसी के पत्तों को पहले ही तोड़कर रख लें.