Maharashtra election 2024 : उद्धव ठाकरे और शरद पवार की कुंडली दे रही है संकेत, आने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले आएगा बड़ा राजनीतिक बदलाव !

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लोक सभा चुनाव के नतीजों में सिर्फ यूपी में ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र में भी चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। वहां की 48 लोकसभा सीटों में से इंडिया गठबंधन ने 30 सीटों पर विजय हासिल करके बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है। अब इसी साल अक्‍टूबर में महाराष्‍ट्र में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में सबकी नजर इन चुनाव पर होगी। बीजेपी के हाथ इस बार क्‍या लगता है। आइए जानते हैं इस संबंध में ज्‍योतिषीय भविष्‍यवाणी क्‍या कहती है।

साढ़ेसाती में फंसे अजित पवार और फडणवीस का होगा बुरा हाल
महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्से में अपना प्रभाव रखने वाले अजित पवार का जन्म 22 जुलाई 1959 को दोपहर 1 बज कर 42 मिनट पर अहमदनगर में हुआ था। तुला लग्न की इनकी जन्म कुंडली में मई 2023 से नवंबर 2025 तक बुध में राहु की विंशोत्तरी दशा चल रही है। बुध नवम (भाग्य) और द्वादश (हानि) भाव का स्वामी होकर राजसत्ता के दशम भाव में सूर्य के साथ बैठे हैं। जोड़-तोड़ और दल बदल की राजनीति के कारक ग्रह राहु अजित पवार की कुंडली के बाहरवें घर में हैं जिसने पहले उनको पाला बदल कर जुलाई 2023 में बीजेपी के साथ आने पर उप -मुख्यमंत्री का पद दिलवाया किन्तु बाद में बुध में राहु में शनि की कठिन दशा में चुनावों में विफलता भी दी। अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार बारामती लोक सभा सीट से शारद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से पराजित हो गई। अजित पवार की पार्टी ने 4 सीटों पर लड़कर केवल 1 सीट पर जीत पाई और अब आने वाली 24 जून से बुध में राहु में बुध की विंशोत्तरी दशा में इनकी पार्टी के कुछ विधायक फिर से वापस शरद पवार के गुट में शामिल हो जाएं तो कोई हैरत नहीं होगी।

संजोग से अजित पवार की कुंडली में देवेंदर फडणवीस की ही भांति चंद्रमा कुंभ राशि में है जिस पर से गोचर कर रहे शनि अब अपनी ‘साढ़े-साती’ के कुप्रभाव में इनको पूरी तरह से जकड़ चुके हैं। 2 जुलाई 1970 को सुबह 6 बजे नागपुर में जन्मे बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस का जन्म लग्न कर्क है तथा चन्द्रमा कुंभ राशि में है। कर्क लग्न की देवेंद्र फडणवीस की कुंडली में शनि अष्टम भाव (अनिश्चितता) का स्वामी हो कर राज्य सत्ता के दशम भाव में बैठा है जिस कारण पहले वर्ष 2019 में बुध-शनि की दशा में वह मुख्यमंत्री पद पाने से चूक गए बाद में जुलाई 2022 में बगावत कर बीजेपी के साथ आये एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उनकी ताकत को कम कर दिया। अब साढ़ेसाती के साथ-साथ केतु में चन्द्रमा की अशुभ दशा में चल रहे देवेंदर फडणवीस आने वाले दिनों में एक बड़े राजनीतिक संकट से गुजरेंगे। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र से मात्र 9 सीट जीत पाई बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व देवेंद्र फडणवीस को किनारे कर प्रदेश में किसी अन्य नेता को आगे बढ़ा सकता है।

उद्धव ठाकरे और शरद पवार फिर देंगे बीजेपी को झटका27 जुलाई 1960 को सुबह 10 बजकर 14 मिनट पर मुंबई में जन्‍मे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का जन्म लग्न कन्या है तथा चंद्र राशि सिंह है। जन्म लग्न से केंद्र में गुरु और बुध अपनी स्वंय की राशियों में होकर उद्धव ठाकरे को एक साफ छवि का नेता बनाते हैं। गुरु में केतु की कठिन दशा में दिसम्बर 2019 में मुख्यमंत्री बने उद्धव ठाकरे अपने कार्यकाल में हमेशा विपदाओं से जूझते रहे हैं। कोरोना महामारी का सबसे विकराल रूप भारत में महाराष्ट्र को झेलना पड़ा। बाद में वर्ष 2022 में गुरु में शुक्र की 6 /8 (षडाष्टक) दशा में चल रहे उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी में बड़ी टूट से आहात होकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने को विवश हुए। उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष बाण’ उनसे छीन कर बागी गुट के नेता और अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी को दे दिया गया। गुरु में चन्द्रमा की शुभ दशा में चल रहे उद्धव ठाकरे आने वाले विधानसभा चुनावों से पूर्व अपनी पार्टी के कई नेताओं की ‘घर वापसी’ करवाने में सफल होंगे। 12 दिसम्बर 1940 बारामती में सुबह सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर जन्‍मे शरद पवार की कुंडली वृश्चिक लग्न की है जिसमें सूर्य और बुध का शानदार बुध-आदित्य योग उनको राजनीति का एक मझा खिलाड़ी बनता है। किन्तु विवादों और रोग के छठे भाव में पड़े शनि-गुरु-चंद्र की युति ने उनको पूर्व में कैंसर का रोग तथा राजनीति में बड़े उतार-चढ़ाव भी दिए। वर्तमान में शरद पवार की कुंडली में बुध की महादशा में शुक्र की अंतर दशा जुलाई 2022 से मई 2025 तक चल रही है। शरद पवार वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधान सभा चुनावों के समय भी यह संकेत दे चुके हैं कि यह चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा। किन्तु वर्तमान में चल रही बुध-शुक्र-शनि की विंशोत्तरी दशा में शरद पवार तमाम स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद आगामी विधानसभा चुनावों से पूर्व अपनी पार्टी को मजबूत करने में सफल होंगे।