जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मोहम्मदपुर कला में राज्य स्तरीय पूर्वाभ्यास संपन्न

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एनडीआरफ ने संभाली रेस्क्यू की कमान, राजस्व, मेडिकल, पशु व रेडक्रॉस ने बांटी राहत

श्रावस्ती। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व डूबने से बचाव दिवस के दिन उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में नागरिकों को डूबने से बचाने का पूर्वाभ्यास किया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष/जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में सचिव/अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) अमरेन्द्र कुमार वर्मा की उपस्थिति में एनडीआरएफ द्वारा इस अवसर मोहम्मदपुर कला गांव में बाढ़ में फंसे 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने व नाव पलटने से नदी में डूबे 6 नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का पूर्वाभ्यास किया गया। पूर्वाभ्यास कार्यक्रम का संयोजन व संचालन आपदा विशेषज्ञ अरुण कुमार मिश्र ने किया। पूर्वाभ्यास स्थल पर आपदा मित्र, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु विभाग, नगर पालिका, अग्निशमन विभाग के कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से मौजूद रहे। रेडक्रॉस व अर्पित फाउंडेशन के स्वयंसेवक भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम एनडीआरएफ के निरीक्षक धीरेन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी से अनुमति लेकर पूर्वाभ्यास शुरू किया। प्रथम चक्र में एनडीआरएफ के जवानों को राप्ती बैराज कंट्रोल रूम से सूचना दी गयी कि राप्ती का जलस्तर 129.00 पहुंच गया है । जनपद के आपदा कंट्रोल रूम को सूचना मिली की मोहम्मदपुर कला के कुछ नागरिक नदी के उत्तरी तट पर फंस गये हैं। सूचना मिलते ही एडीएम अमरेन्द्र कुमार वर्मा ने एनडीआरफ को मौके के लिए रवाना किया। एनडीआरएफ के जवान फंसे हुए नागरिकों तक पहुंचे और उन्हे सुरक्षित बाहर निकाला। बाहर निकलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें चिकित्सकीय सहायता दी गयी । तदुपरांत उपजिलाधिकारी पियूष जायसवाल के नेतृत्व में सभी नागरिकों को बाढ़ शरणालय ले जाया गया जहां उन्हे भोजन और रहने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी । इसी क्रम में दूसरे चरण में मोहम्मदपुर कला के पास राप्ती नदी में एक नाव पलटने से 5 लोगों के सामने डूबने का खतरा उत्पन्न हो गया जिन्हे भी एनडीआरएफ की टीम द्वारा बचाया गया व उनका उपचार भी किया गया ।जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य स्तरीय मॉकड्रिल के आयोजन से हमें बहुत कुछ नया जानने समझने का अवसर मिला। अन्य जनपदों व अपने जनपद की तैयारियों की जानकारी हुई। श्रावस्ती बाढ़ और डूब कर मृत्यु दोनों आपदाओं में अति संवेदनशील जनपद है। इस तरह के आयोजन से हमारी आपदाओं से लड़ने की दक्षता बढ़ती है व आमजन में भी जागरूकता आती है।इस अवसर पर तहसीलदार भिनगा विपुल सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी भिनगा अतुल कुमार चौबे, प्रशिक्षु एसडीएम पीयूष रावत, नायब तहसीलदार नेहा, आपदा मित्र विवेक मणि त्रिपाठी, दिनेश गोस्वामी, एनडीआरएफ के जवान व स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।