बस्ती: डॉक्टर की लापरवाही से कभी मां नहीं बन पाएगी रीता:मृत बच्चे की जगह निकाल दिया यूट्रेस, सीएमओ बोले: जांच के लिए गठित की जा रही है टीम

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बस्ती के कोतवाली थाना क्षेत्र के पटेलवा स्थित फातिमा हॉस्पिटल में एक महिला के गर्भ से मृत बच्चे के स्थान पर यूट्रेस निकालने का गंभीर आरोप लगा है। इस लापरवाही के चलते महिला अब कभी मां नहीं बन सकेगी। पीड़िता के पति मेवालाल पाल ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अधिकारियों का चक्कर लगाया, लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

26 जुलाई को मेवालाल की पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, और उन्हें जिला महिला अस्पताल में ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की धड़कन नहीं मिल रही है और अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। अल्ट्रासाउंड में बच्चे की मृत्यु की पुष्टि हुई। आशा कार्यकर्ता ने उन्हें फातिमा हॉस्पिटल जाने की सलाह दी, जहां कम खर्च में ऑपरेशन करने का दावा किया गया।


फातिमा हॉस्पिटल में ऑपरेशन

मेवालाल ने बताया कि आशा के कहने पर वे फातिमा हॉस्पिटल पहुंचे, जहां रात को ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद अस्पताल के स्टाफ ने खून चढ़ाने की व्यवस्था की और महिला की हालत बिगड़ती गई। 28 जुलाई को जब स्थिति गंभीर हो गई, तो महिला को रेफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान महिला का यूट्रेस निकाल दिया गया, जिसकी जानकारी नहीं दी गई थी।

लखनऊ में इलाज

28 जुलाई को फातिमा हॉस्पिटल से रेफर होने के बाद, मेवालाल ने अपनी पत्नी को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। स्थिति में सुधार न होने पर 3 अगस्त को उन्हें मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां इलाज के बाद स्थिति में सुधार हुआ। इस दौरान लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं और अब हर हफ्ते लखनऊ जाना पड़ता है।

शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

मेवालाल ने कहा कि फातिमा हॉस्पिटल की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी अब कभी मां नहीं बन सकेगी और न ही वे पिता बन सकेंगे। पीड़िता का मानसिक तनाव भी बढ़ गया है। उन्होंने अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।

सीएमओ डॉ. रमाशंकर दुबे ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की जा रही है, जिसमें एक सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

यूट्रेस में इंफेक्शन हो गया था

फातिमा हॉस्पिटल के संचालक डॉ. ताहिर याजदानी ने कहा कि महिला के गर्भ में मृत बच्चा था और ऑपरेशन के दौरान यूट्रेस में इंफेक्शन हो गया था, जिसकी वजह से यूट्रेस को निकालना पड़ा। उन्होंने कहा कि इससे पहले परिजनों को जानकारी दी गई थी और सभी जांचों के लिए वे तैयार हैं। हालांकि, पीड़िता के पति ने आरोप लगाया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी।

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एमएनटी न्यूज़ भारतजिला ब्यूरो चीफ़ बस्ती