एम्बुलेंस में भाई के सामने महिला से रेप की कोशिश:बस्ती में बीमार पति का ऑक्सीजन मास्क हटाया, नीचे फेंका, मौत; मायावती बोलीं-घटना शर्मनाक

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पीड़िता छावनी थाने में FIR लिखवाने गई तो उसे वहां से भगा दिया गया। पुलिस ने उसे लखनऊ जाने को कहा। पीड़िता ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में केस दर्ज करवाया है। मामला सुर्खियों में आने के बाद बस्ती के एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बयान जारी किया। कहा, डायल 112 के रिकॉर्ड में रेप की कोशिश का जिक्र नहीं है। एम्बुलेंस ड्राइवर से महिला का केवल विवाद हुआ था।

मायावती बोलीं- सरकार सख्त कदम उठाए
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने X पर लिखा- यूपी के बस्ती जिले में एक प्राइवेट एम्बुलेंस चालक ने मरीज की पत्नी के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म की कोशिश की, जबकि उसके पति की मृत्यु हो गई। सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

सिद्धार्थनगर जिले की महिला के साथ चलती एम्बुलेंस में रेप की कोशिश हुई। वह भाई के साथ बीमार पति को लखनऊ से घर लेकर जा रही थी। बस्ती में एम्बुलेंस ड्राइवर और अटेंडेंट ने ऑक्सीजन मास्क हटाकर महिला के पति को कीचड़ में फेंक दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

अब जानिए पूरा मामला…

150 किलोमीटर तक छेड़खानी करते रहे ड्राइवर और अटेंडेंट
सिद्धार्थनगर में बांसी कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला ने बताया- 28 अगस्त को उसने बीमार पति को लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया था। लेकिन, इलाज के लिए पैसे कम पड़ गए। 29 अगस्त को महिला ने डॉक्टर से अपनी परेशानी बताई और पति को डिस्चार्ज करने को कहा। इस पर अस्पताल वालों ने एक प्राइवेट एम्बुलेंस वाले का नंबर दिया। शाम साढ़े 6 बजे वह बीमार पति और भाई के साथ घर के लिए निकली।

रास्ते में एम्बुलेंस ड्राइवर ने एक पेट्रोल पंप पर तेल भरवाया और महिला से आगे की सीट पर बैठने का आग्रह किया। कहा- रात में पुलिस गाड़ी चेक करती है तो दिक्कत होगी। महिला के अनुसार, पहले तो उसने मना किया, लेकिन कई बार कहने पर वह मजबूरी में आगे की सीट पर बैठ गई। कुछ दूर चलने के बाद ड्राइवर और उसके सहयोगी ने महिला से छेड़छाड़ शुरू कर दी। यह उत्पीड़न करीब 150 किलोमीटर तक चलता रहा।

आवाज सुनकर पीछे बैठे भाई ने मचाया शोर
छेड़खानी से परेशान महिला की आवाज पीछे बैठे भाई ने सुन ली। उसने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। रात करीब 11:30 बजे बस्ती जिले के छावनी क्षेत्र में चालक ने एम्बुलेंस रोक दी। महिला को नीचे उतार दिया। उसके भाई को आगे की सीट पर बैठाकर अंदर से लॉक कर दिया।

ड्राइवर और अटेंडेंट ने महिला से दुष्कर्म की कोशिश की। असफल होने पर महिला के पति का ऑक्सीजन मास्क हटा दिया। उसे गाड़ी से उतारकर कीचड़ में फेंक दिया। महिला को पीटकर उसके गहने, नकदी और मोबाइल छीन लिए। उसके भाई को भी गाड़ी से फेंककर फरार हो गए।

डायल 112 व 108 पर दी सूचना
महिला के भाई ने घटना की सूचना डायल 112 और 108 पर फोन कर दी। कुछ ही देर में दोनों गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। महिला के पति की हालत गंभीर देख पहले उसे बस्ती के जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां हालत में सुधार नहीं होने पर शुक्रवार को गोरखपुर रेफर किया गया। गोरखपुर पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।


लखनऊ के गाजीपुर थाने में दी गई तहरीर
पीड़िता ने बताया- उसने रविवार, एक सितंबर को बस्ती के छावनी थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस वालों ने मामला लखनऊ का कहकर उसे लखनऊ में ही तहरीर देने के लिए कहा। इस पर महिला ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में तहरीर दी। पुलिस ने केस दर्ज किया है।

कॉल पर ऐसी कोई घटना का नहीं हुआ जिक्र
बस्ती के पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया- महिला का भाई अपनी बहन और जीजा के साथ लखनऊ से सिद्धार्थनगर के लिए एक निजी एम्बुलेंस से निकला था। ये जब जनपद बस्ती के थाना छावनी में पहुंचे तो कुछ इनका विवाद हुआ तो एम्बुलेंस वालों ने इनको उतार दिया।

इन्होंने पुलिस को कॉल की। इस पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। इनको सीएचसी हरैया में 108 व 112 के जरिए लाया गया। मौके पर इन्होंने ऐसी कोई घटना के बारे में नहीं बताया और न ही 112 के कॉल रिकार्ड में ऐसी कोई घटना का जिक्र है।

अब बात मायावती की, उन्होंने X पर लिखा-