गणेशोत्सव महाराष्ट्र में एक भव्य और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्योहार न केवल घरों में बल्कि सैकड़ों गणेश मंडलों में भी मनाया जाता है, जहां गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है. ऐसे मौकों पर भक्तों की बड़ी संख्या के चलते, राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस विभाग सभी गणेश भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सड़क पर गश्त कर रहा है, जिससे त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हो सके.

मुंबई में गणेशोत्सव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस बल की उपलब्धता की समीक्षा हेतु मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फणसलकर ने 6 सितंबर को एक बैठक आयोजित की गई थी. पुलिस कमिश्नर ने इस बैठक के दौरान एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया, जिसमें पुलिसकर्मियों को गणेशोत्सव के दौरान वर्दी में डांस करने से सख्ती से मना किया गया है. उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कोई पुलिसकर्मी गणेश जुलूस या अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में वर्दी पहने हुए डांस करते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह आदेश इसलिए भी जारी किया गया क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया पर कुछ पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के गणवेश में नाचते हुए वीडियो वायरल हुए थे. इस तरह के वीडियो से पुलिस बल की छवि और अनुशासन पर सवाल उठ सकते हैं. पुलिस कमिश्नर ने अपने निर्देश में कहा कि वर्दी एक सम्मान का प्रतीक है और इसे हर हाल में बनाए रखना आवश्यक है. वर्दी का महत्व समझते हुए, उन्होंने पुलिसकर्मियों से अनुरोध किया कि वे सार्वजनिक स्थलों पर अनुशासन बनाए रखें और अपने आचरण में संयम बरतें.

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