इस्लामिक संगठनों के स्लीपर सेल सक्रिय
वर्ष 2001 में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को लेकर दोआबा में खुफिया एजेसियों ने बड़े पैमाने पर धरपकड़ की थी। तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि 2009 में तीनों को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया था। इस केस की जांच के दौरान जिले में कई इस्लामिक संगठनों व उनके स्लीपर सेल की मौजूदगी पाई गई थी। खुलासा हुआ था कि संगठन व उनके स्लीपर सेल वाले गरीब हिन्दू परिवारों का ब्रेन वॉश कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते हैं। मुस्लिम बाहुल्य ललौली, हसवा, मोहम्मदपुर गौती, ऐराया में कुछ मामले उजागर होने पर हिन्दू संगठनों ने आवाज उठाई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। दावा किया जा रहा है कि अभी भी कुछ ऐसे संगठन दोआबा में अवैध धर्मांतरण को लेकर सक्रिय हैं।


उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में अवैध धर्मांतरण के मामले में एटीएस कोर्ट से मोहम्मद उमर गौतम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इसके बाद फतेहपुर में धर्म परिवर्तन के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। यहां के हिंदू संगठनों का दावा है कि सिर्फ दोआबा इलाके में ही सात हजार से ज्यादा परिवार अवैध धर्मांतरण के जाल में फंसकर इस्लाम व ईसाई धर्म को अपना चुके हैं। जब इसके खिलाफ आवाज उठाई गई तो पुलिस द्वारा ३४ केस दर्ज किए गए थे पर ज्यादातर की जांच लंबित है। बताया जा रहा है कि न सिर्फ श्याम प्रताप सिंह उर्फ उमर गौतम ने धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया बल्कि यहां कई इस्लामिक संगठन और ईसाई मिशनरी के लोगों ने गरीबों, अशिक्षितों को पैसों का प्रलोभन देकर अवैध धर्मांतरण का शिकार बनाया। वर्ष २००१ में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को लेकर दोआबा में खुफिया एजेसियों ने बड़े पैमाने पर धरपकड़ की थी। तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि, २००९ में तीनों को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया था। इस केस की जांच के दौरान जिले में कई इस्लामिक संगठनों व उनके स्लीपर सेल की मौजूदगी पाई गई थी। खुलासा हुआ था कि संगठन व उनके स्लीपर सेल वाले गरीब हिंदू परिवारों का ब्रेन वॉश कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते हैं।


उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के दोआबा में 7 हजार हिन्दू परिवार धर्मांतरण के जाल में फंसे। एटीएस कोर्ट से मोहम्मद उमर गौतम को उम्रकैद की सजा के बाद फतेहपुर में धर्म परिवर्तन के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि उमर गौतम ने धर्मांतरण

अवैध धर्मांतरण के मामले में एटीएस कोर्ट से मोहम्मद उमर गौतम को उम्रकैद की सजा के बाद फतेहपुर में धर्म परिवर्तन के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। यहां के हिंदू संगठनों का दावा है कि सिर्फ दोआबा इलाके में ही सात हजार से ज्यादा परिवार अवैध धर्मांतरण के जांल में फंस कर इस्लाम व ईसाई धर्म को अपना चुके हैं। जब इसके खिलाफ आवाज उठाई गई तो पुलिस ने 34 केस दर्ज किए थे पर ज्यादातर की जांच लंबित है। बताया जा रहा है कि न सिर्फ पंथुवा निवासी श्याम प्रताप सिंह उर्फ उमर गौतम ने धर्मांतरण के लिए प्रेरित नहीं किया बल्कि यहां कई इस्लामिक संगठन और ईसाई मिशनरी के लोगों ने गरीबों, अशिक्षितों को पैसों का प्रलोभन देकर अवैध धर्मांतरण का शिकार बनाया।

2009 में इसाई मिशनरी प्रकाश में आई
वर्ष 2009 में हसवा के टीसी गांव में सामूहिक धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आने पर तत्कालीन सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने हिन्दू संगठनों के साथ हंगामा किया था। साध्वी के मुताबिक मिशनरियां इस्लामिक संगठनों से ज्यादा खतरनाक हैं। यह गरीबों को भैंस, बकरी समेत अन्य तरह का लाभ देकर जाल में फंसा कर अवैध धर्मांतरण कराने का काम करती हैं। वर्ष 2009 में करीब 12 परिवारों के सामूहिक धर्मांतरण की जानकारी पर सभी की घर वापसी कराई गई, वर्ष 2012 में भी इसी गांव में सामूहिक धर्मांतरण रोकने का काम किया गया था।

शुआट्स के कुलपति पर दर्ज हुआ था केस
15 अप्रैल 2022 को हरिहरगंज स्थित चर्च में सामूहिक धर्मांतरण के मामले में हिन्दू संगठनों ने हंगामा किया था। यहां 90 लोगों के धर्मांतरण का आरोप था। पुलिस ने पादरी समेत 60 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए एक दर्जन से अधिक को जेल भेजा था। जांच में शुआट्स के कुलपति आरबी लाल, मिशन हॉस्पिटल के नर्स व स्टाफ और वर्ड विजन कंपनी की अवैध धर्मांतरण में संलिप्तता मिली थी। 20 जनवरी 2023 को सर्वेंद्र विक्रम सिंह निवासी गोसाईगंज सुल्तानपुर ने शुआट्स के कुलपति आरबी लाल, निदेशक विनोद बिहारी लाल समेत 11 लोगों को नामजद करते हुए 48 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पिछले साल 23 जनवरी को हरिहरगंज नप्पी का हाता निवासी वीरेंद्र कुमार व हरिहरगंज निवासी संजय सिंह ने धर्मांतरण का केस दर्ज कराया था। धर्मांतरण के पांच केसों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी।

अमेरिका, ब्रिटेन समेत 20 देशों से करोड़ों की फंडिंग
अवैध धर्मांतरण में शुआट्स के लाल बंधुओं का नाम प्रकाश में आने के बाद जांच में कई अहम तथ्य सामने आए थे। शुआट्स में छापेमारी समेत अन्य स्थानों पर दबिश के दौरान पुलिस ने जो दस्तावेज बरामद किए थे, उसमें इस बात की पुष्टि हुई थी कि अवैध धर्मांतरण के नाम पर अमेरिका, ब्रिटेन समेत 20 देशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग की गई है। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में आरबी लाल समेत आरोपियों पर दाखिल किए गए केस में करोड़ों की फंडिंग का जिक्र किया है। जांच में यह बात भी सामने आई कि वर्ड विजन समेत दूसरी संस्थाएं अप्रत्यक्ष रूप से गरीबों को चिह्नित कर उन्हें आर्थिक मदद देने और मिशनरी के अस्पताल में निशुल्क इलाज करते हुए उन्हें जोड़ने का काम करती हैं। एसआईटी की जांच में कई पादरी व अन्य आरोपी जेल में हैं, आरबी लाल समेत लाल बंधुओं को कोर्ट से राहत मिली है।

धर्मांतरण के 34 मुकदमे दर्ज, एक में चार्जशीट
पुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो दोआबा के विभिन्न थानों में अवैध धर्मांतरण के 34 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें 33 की विचेचना चल रही है। शिक्षिका कल्पना सिंह द्वारा मौलाना उमर गौतम, स्कूल के प्रबंधक व उसके बेटे के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।

ललौली में दर्ज हुआ था पहला केस
सरकार द्वारा अवैध धर्मांतरण को लेकर बनाए गए सख्त कानून के बाद ललौली थाने में अवैध धर्मांतरण का पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। एक गांव निवासी राजू पुत्र मियांबाबू पर आरोप था कि एक किशोरी को बहला-फुसला कर साथ ले गया और जबरन धर्मांतरण कराते हुए निकाह कर लिया। पुलिस के मुताबिक केस की जांच पूरी होने पर कोर्ट में चाजशीट दाखिल की गई है।

हर गांव में बनेगी हिन्दू जागरण समिति
विहिप के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने बताया कि अवैध धर्मांतरण की जिले में गहरी जड़ें हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि करीब सात हजार परिवारों को प्रभावित किया गया है। अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए गांव-गांव हिन्दू जागरण समिति का गठन किया जा रहा है। यह समिति जात-पात की खाई पाटने का काम भी करेंगी। हर तीन महीने में समितियों की मंडल स्तर पर बैठक भी होगी।

पूर्व मंत्री बोलीं-सख्ती बरतें अधिकारी
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि इस्लामिक संगठनों व मिशनरियों द्वारा गरीब परिवारों को छल में फंसा कर अवैध रूप से धर्मांतरण किया जा रहा है। प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। ऐसे मुकदमों की जांच की समय सीमा तय हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस की सुनवाई करते हुए कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार मामले को लेकर सख्त है लेकिन प्रशासनिक अफसरों की लचर कार्यशैली के कारण ऐसे लोगों की सक्रियता बढ़ती जा रही है।

एसपी फतेहपुर धवल जायसवाल ने बताया कि शिक्षिका कल्पना द्वारा मौलाना उमर गौतम के खिलाफ दर्ज कराए गए केस में चार्जशीट लग चुकी है, जबकि शुआट्स से संबंधित पांच मुकदमे सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं। धर्मांतरण के अन्य मुकदमों की भी तेजी से जांच कराई जा रही है। ऐसे मामलों में पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है।

एटीएस कोर्ट से मोहम्मद उमर गौतम को उम्रकैद की सजा के बाद फतेहपुर में धर्म परिवर्तन के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।

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