बांग्लादेश जैसा हमारा भी हाल करने की कोशिश, एकजुट रहें हिंदू…विजयादशमी के मौके पर भागवत का संदेश

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संघ प्रमुख ने कहा, बांग्लादेश में चर्चा चलती है भारत से खतरा है तो हमें पाकिस्तान को साथ लेना चाहिए। क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार है तो भारत को रोक सकते हैं। जबकि भारत ने बांग्लादेश को स्थापित करने में सब कुछ किया।

नागपुर में विजयादशमी उत्सव के मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने की शस्त्र पूजा
इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणडवीस भी मौजूद रहे
संघ प्रमुख के संदेश में बांग्लादेश में हिंदू उत्पीड़न और पाकिस्तान तक का जिक्र रहा

विजयादशमी उत्सव के मौके पर नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने की शस्त्र पूजा की और अपना संदेश दिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणडवीस भी मौजूद रहे। संघ प्रमुख के संदेश में बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान तक का जिक्र रहा। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालत को देखते हुए हिंदुओं को संगठित होना होगा। साथ ही उन्होंने इजरायल-हमास युद्ध को भी चिंता का कारण बताया।

राष्ट्रीय चरित्र के कारण महान बनता है देश
भागवत ने कहा, कोई देश लोगों के राष्ट्रीय चरित्र के कारण महान बनता है। यह वर्ष महत्वपूर्ण है क्योंकि आरएसएस शताब्दी वर्ष में कदम रख रहा है। इजरायल-हमास युद्ध चिंता का कारण है। हर कोई महसूस करता है कि पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी हुई विश्वसनीयता के साथ भारत दुनिया में अधिक मजबूत और सम्मानित हुआ है। संघ प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश में यह बात फैलाई जा रही है कि भारत एक खतरा है। बांग्लादेश में चर्चा चलती है भारत से खतरा है तो हमें पाकिस्तान को साथ लेना चाहिए। क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार है तो भारत को रोक सकते हैं। जबकि भारत ने बांग्लादेश को स्थापित करने में सब कुछ किया। ये चर्चा कौन करवा रहा है।

बांग्लादेश में हिंदू समाज पर अत्याचार
बांग्लादेश में उत्पात के कारण हिंदू समाज पर जो अत्याचार हो रहे हैं, वो बार-बार दोहराए गए, वो एक साथ आए इसलिए बच गए। हिंदू समाज को समझना होगा कि संगठित रहना है। अत्याचार को सहना दुर्बलता है। बांग्लादेश जैसा हमारा भी हाल हो ऐसा कोशिश हो रही है, कई शब्द उठ रहे हैं।

शिक्षा संस्था को अपने कब्जे लो, इन सब में अपनी पकड़ करो, हम ही अपनी बात पर लज्जा करें ऐसा वातावरण तैयार किया जा रहा है। मंत्र विप्लव के माध्यम से आजकल युद्ध हो रहा है। खुद मैदान में नहीं आना किसी की आड़ में खड़े रहना यही होता है। मैं कोई कॉन्सिपरेसी थ्योरी नहीं बता रहा।