एकनाथ शिंदे कल अजित पवार के साथ लेंगे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ

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शिवसेना सूत्रों के हवाले से बताया कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे गुरुवार शाम को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री (सीएम) के तौर पर शपथ लेंगे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के सीएम के तौर पर शपथ लेंगे, वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख अजित पवार भी उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.



रिपोर्ट के मुताबिक यह समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आजाद मैदान में आयोजित किया जाएगा. पवार ने पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की थी कि वह फडणवीस के डिप्टी होंगे, जबकि शिंदे ने पत्रकारों से सरकार में उनकी भूमिका की पुष्टि के लिए बुधवार शाम तक इंतजार करने को कहा था.फडणवीस को आज सर्वसम्मति से महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद उन्होंने शिंदे और पवार के साथ मिलकर महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की.

राज्यपाल से मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा, “नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल शाम 5.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होगा. हम शाम तक तय कर लेंगे कि कल कौन शपथ लेगा. कल मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उनसे इस सरकार में शामिल होने का अनुरोध किया, क्योंकि यह महायुति कार्यकर्ताओं की इच्छा है. मुझे विश्वास है कि वह हमारे साथ रहेंगे. हम महाराष्ट्र की जनता से किए गए वादों को पूरा करेंगे.”

राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिंदे ने महाराष्ट्र में महायुति सरकार के ढाई साल पूरे होने पर संतोष जताया. फडणवीस और पवार के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंदे ने कहा, “मैं ढाई साल पूरे होने पर बहुत खुश हूं. पिछले ढाई साल में हमारी महायुति सरकार, हम तीनों और हमारी टीम ने जो काम किया है, वह उल्लेखनीय है. इसे इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. हमें महत्वपूर्ण निर्णय लेने पर गर्व है.”

पवार ने मीडिया को संबोधित करते हुए प्रभावी शासन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “हम सरकार चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पार्टी की गतिविधियों का प्रबंधन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले और एनसीपी के सुनील तटकरे करेंगे.” 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को शानदार जीत मिली, जिसने 288 में से 235 सीटों के साथ शानदार जीत हासिल की. ये नतीजे भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुए, जो 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी उल्लेखनीय बढ़त दर्ज की, क्रमशः 57 और 41 सीटें हासिल कीं.

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