सुशासन सप्ताह 2024: “प्रशासन गाँव की ओर” व महिलाओं के हितार्थ विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन

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श्रावस्ती।।उपरोक्त कार्यक्रम के तहत मिशन शक्ति फेज-5: महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण जनसमस्याओं का त्वरित समाधान महिला एवं बाल संरक्षण संगठन: पुलिस द्वारा जागरूकता और सहायता सेवाओं पर विशेष जोर
जिलाधिकारी श्री अजय कुमार द्विवेदी एवं पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम चौरसिया के नेतृत्व में ग्राम पंचायत सचिवालय हरिहरपुररानी में सुशासन सप्ताह-2024 “प्रशासन गाँव की ओर” के तहत विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्राम पंचायत स्तर पर जनसमस्याओं का त्वरित समाधान और ग्रामीणों एवं महिलाओं में जागरूकता बढ़ाना है।मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम चौरसिया ने अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन श्रीमती पद्मजा चौहान के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की विभिन्न पहलों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1090 महिला हेल्पलाइन: महिलाओं को उनकी सुरक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इस पर कॉल करने पर पीड़िता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। एवं डायल 112 महिलाओ को देर रात्रि कार्य स्थल से व देर रात्रि आवश्यक कार्य हेतु निकलने पर अपराध होने की आशंका व साधन न मिलने पर महिलाओ को 112 की PRV वाहनो द्वारा सुरक्षित उनके घर पहुँचाने की व्यवस्था है। शासन की मंशा के अनुरूप पुलिस द्वारा महिलाओ के सशक्तिकरण व महिलाओं संबंधी अपराधो की रोकथाम हेतु सतत प्रयास किये जा रहे हैं।
कार्यक्रम मे शक्ति मोबाइल टीम की महिला कर्मचारीगण व महिला म0उ0नि0 अर्चना व को0 भिनगा की महिला उ0नि0 द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को महिला अपराध से संबंधित कानूनी प्रावधानों व महिला हेल्प लाइन नं0 1090, 112 आपातकालीन सेवा किसी भी तरह की आपात स्थिति में यह सेवा तुरंत सहायता प्रदान करती है। साइबर अपराधों की रोकथाम हेतु हेल्पलाइन नं0 1930 और उनसे बचाव के लिए प्रभावी सहायता प्रदान करती है।
साथ ही महिलाओं से जुड़े अपराधों पर कार्रवाई के लिए निम्न विशेष अभियानों के बारे में भी जानकारी दी गई –
ऑपरेशन गरुड़ साइबर अपराधों का निस्तारण और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता
ऑपरेशन शील्ड: एसिड की अवैध बिक्री पर रोक
ऑपरेशन बचपन: बाल श्रम व बाल विवाह के विरुद्ध
ऑपरेशन मजनू: मनचलों पर कार्रवाई
ऑपरेशन नशा मुक्ति: मादक पदार्थों के विरुद्ध
मिशन शक्ति के पंचम चरण के तहत 90 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के माध्यम से महिलाओं से संबंधित अपराधों के समाधान और रोकथाम पर जोर दिया जा रहा है।
वन स्टॉप सेंटर और महिला हेल्पलाइनों का सार्वभौमिकरण योजना, स्वाधार गृह योजना, उज्ज्वला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,महिला शक्ति केंद्र योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, श्रमजीवी महिला छात्रावास योजना, दहेज से पीड़ित महिलाओं को कानूनी व आर्थिक सहायता योजना आदि के बारे मे जागरुक किया गया।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम,आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध कराना है। संगठन के प्रयासों से न केवल अपराधों में कमी आई है, बल्कि महिलाओं में आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना भी बढ़ी है।
साथ ही पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई और ग्रामीणों को इसके प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए नियमित रूप से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।इस चौपाल के माध्यम से महिलाओं के हित में एसिड अटैक, समान कार्य के लिए समान वेतन, दहेज उत्पीड़न, बलात्कार,अपहरण, यौन हिंसा, और मानव तस्करी जैसे मुद्दों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्रामीण महिलाओं को इन समस्याओं से निपटने के लिए कानूनी प्रावधानों और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई।
चिकित्सा, विधिक परामर्श, राजस्व और पुलिस विभाग के स्टॉल भी लगाए गए, जहां ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से किया गया।
इस कार्यक्रम में सीडीओ श्री अनुभव सिंह, एसडीएम भिनगा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।