बेसहारा गोवंशों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को योगी सरकार का निर्देश, निराश्रित पशुओं के लिए लिया फैसला

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उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और देखभाल का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

Care of Destitute Cattle: उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और देखभाल का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है।

  • जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई
  • बेसहारा गोवंश को संरक्षण केंद्रों तक पहुंचाने की दी जिम्मेदारी

रविवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने यहां एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक में गोवंश के संरक्षण को लेकर प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की।

जिलाधिकारियों को इसे अपनी प्राथमिकता सूची में शामिल करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है। निराश्रित गोवंश को पहले से संचालित गो संरक्षण केंद्रों तक पहुंचाने, उनके लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने और समय-समय पर स्वास्थ्य प्रशिक्षण के लिए भी निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लगातार प्रदेश भर में सड़कों पर निराश्रित गोवंश की तादाद बढ़ने की शिकायतें मिल रही थीं। बयान में कहा गया है कि इससे पहले भी योगी ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी, जिसके बाद काफी सुधार भी देखने को मिला था और अब राज्य सरकार ने इस दिशा में और तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये हैं, ताकि प्रदेश की सड़कों पर एक भी निराश्रित गोवंश न दिखे।

उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छुट्टा जानवरों की समस्या को लेकर लगातार सरकार पर प्रहार किया । अखिलेश ने शनिवार को सांड के हमलों से होने वाली मौतों का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘अब आवारा पशुओं की समस्‍या जानलेवा बन गयी है। उप्र की सरकार या तो गंभीर कार्रवाई करे या इन मौतों की जिम्मेदारी ले।

इस समस्या के लिए अफसरशाही की तैनाती सिर्फ दिखावटी उपचार है।’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और देखभाल का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश में गो आश्रय स्थल बढ़ाने को कहा है।

बयान के अनुसार वर्तमान में प्रदेश भर में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए 6889 आश्रय स्थल संचालित हैं, जिसमें 6346 ग्रामीण और 543 शहरी क्षेत्रों में मौजूद हैं। इन आश्रय स्थलों में वर्तमान समय में 1182949 निराश्रित गोवंश की देखभाल की जा रही है।

योगी ने विभाग को प्रदेश में गो आश्रय स्थल बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है ताकि इसे कैबिनेट में शामिल कर बजट जारी किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने गोवंश आश्रय स्थलों के वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रबंधन मजबूत करने को भी कहा है, जिससे आश्रय स्थल की स्थिति में सुधार आ सके। वहीं मुख्यमंत्री ने हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए गोचर भूमि की जियो टैगिंग एवं कब्जा मुक्त करा कर नेपियर घास लगाने को कहा है।

अपर मुख्य सचिव पशुधन डॉ. रजनीश दुबे ने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक निराश्रित गोवंश की गो आश्रय स्थलों पर रहने की उचित व्यवस्था की जा रही है।