प्रदेश में हाथ से मैला उठाने की प्रथा समाप्त ।घर-घर शौचालय योजना ने किया ऐतिहासिक बदलाव-डा० निर्मल

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वशिष्ठ चौबे

लखनऊ, प्रदेश भर से आयी सामुदायिक शौचालय की महिला केयर टेकर का आज राज्य सम्मेलन डा० अंबेडकर महासभा के परिसर में सम्पन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता प्रख्यात समाजसेवी श्री संतोष बाल्मीकि जी ने किया। सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए सदस्य विधान परिषद और पूर्व चेयरमैन अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम डा० लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि सफाई कर्मियों की सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की स्वच्छ भारत मिशन की घर-घर शौचालय योजना ने प्रदेश से हाथ से मैला उठाने की प्रथा पर पूर्ण विराम लगा दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से मैला उठाने की नारकीय प्रथा का अन्त हुआ और इस पेशे में लगे मैला उठाने वाली महिलाओं के खाते में 40-40 हजार रूपये स्थानान्तरित किए गए। डा० निर्मल ने कहा कि इस पेशे से जुड़ी 32473 लोगों के खाते में 12989.20 लाख रूपये स्थानान्तरित किये गये। डा० निर्मल ने कहा कि सामुदायिक शौचालय की केयर टेकर की समस्याओं का भी समाधान होगा।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए आयोजन की अध्यक्षता करते हुए श्री संतोष वाल्मिकी ने कहा कि महिला केयर टेकर का मानदेय मात्र 6000/- रूपये प्रति माह है जो बहुत ही न्यून है, इसे बढ़ाकर 10,000/- रूपये किया जाना चाहिए तथा इसकी अनुदान राशि सीधे इनके खाते में स्थानान्तरित किया जाय।

सम्मेलन में सामुदायिक शौचालय केयर टेकर मोर्चा के अध्यक्ष सनी कुमार ने महिला केयर टेकर का अनुदान बढ़ाने उनका अनुदान सम्बन्धित के खाते में जमा करने तथा समय से अनुदान दिये जाने की मांग की।

उक्त आयोजन में लगभग 400 महिला कर्मियों ने भाग लिया। सम्मेलन को श्री अमर नाथ प्रजापति, श्रीमती रचना चन्द्रा, श्री विनोद खरवार आदि ने भी सम्बोधित किया