घर में भूलकर भी इस तरह न रखें झाड़ू, जीवन पर पड़ सकता है बुरा असर

वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू और पोछा को घर में हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र की मानें तो झाड़ू को कभी भी घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए। हिन्दू धर्म के अनुसार झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं।

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नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू और पोछा को घर में हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र की मानें तो झाड़ू को कभी भी घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए। हिन्दू धर्म के अनुसार झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं। इसके अलावा वास्तु हमारे जीवन में विशेष महत्व रखता है, क्यूंकि हमारा घर या कार्यस्थल वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो जीवन में नकारात्मकता का वास होता है। आइए जानते हैं झाड़ू से जुड़े कुछ वास्तु नियम?

दरिद्रता आने लगती है

हिन्दू धर्म के अनुसार झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं। कुछ लोग झाड़ू को खुलेआम घर या कार्यस्थल पर रख देते है,जो की बिलकुल गलत है। जिससे दरिद्रता छा जाती है और माता लक्ष्मी भी हमसे रखकर चली जाती है। इससे वयक्ति को जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। इसलिए झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। ऐसी जगह जहां बहार से आने वाले लोगों की नजर न पड़े। यहां तक की लोग झाड़ू को गलत दिशा में भी रख देते हैं, इससे धन का बड़ा नुकशान होता हैं। आइए जानते है झाड़ू को कहां और कैसे रखना सही माना जाता हैं।

इन जगहों पर कभी न रखे झाड़ू पोछा

वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू पोछा कभी भी बेड रूम,पूजा घर और रसोई में बिलकुल नहीं रखना चाहिए। झाड़ू को हमेशा दूसरों की नज़रों से छिपाकर रखना चाहिए। झाड़ू को उत्तर पश्चिम दिशा या पश्चिम दिशा में न रखें। इसके अलावा ईशान कोण या दक्षिण पूर्व दिशा में भी झाड़ू नहीं रखना चाहिए। ध्यान रखें की झाड़ू कभी खड़ा या उल्टा ना हो। इसके अलावा घर में कभी टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

इस तरह से करें झाड़ू का इस्तमाल

अगर झाड़ू ज्यादा पुरानी हो गई है तो उसे शनिवार के दिन बदल दें। ऐसा करने से घर में देवी लक्ष्मी का वास बना रहता हैं। इसके अलावा पुरानी झाड़ू को आमवस्या या होलिका दहन के दिन बहार निकाले। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा घर से बहार निकल जाती है। नई झाड़ू हमेशा शनिवार को ही लाना चाहिए। शनिवार के दिन नई झाड़ू का इस्तेमाल करना बहुत शुभ होता है।