जिलाधिकारी ने अक्रियाशील शौचालयों को रेट्रोफिटिंग कराये जाने हेतु ग्राम भिट्ठी पहुंचकर अक्रियाशील शौचालयों का किया औचक निरीक्षण

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निरीक्षण के दौरान अक्रियाशील शौचालय पाये गये क्रियाशील, अपात्र लाभार्थियों के विरूद्ध कार्यवाही का दिया निर्देश

कोई भी अपात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं का लाभ न लेने पाये, इसका रखा जाए ध्यान-जिलाधिकारी


श्रावस्ती। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत अक्रियाशील शौचालयों को रेट्रोफिटिंग कर क्रियाशील करने हेतु स्वच्छ भारत कोष ट्रस्ट के माध्यम से सिंगल पिट शौचालय वाले लाभार्थियों में ट्विन पिट की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु जिन लाभार्थियों को अनुदान प्राप्त होना है, उनका जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने विकास खण्ड हरिहरपुररानी के अन्तर्गत ग्राम भिट्ठी पहुंचकर अक्रियाशील शौचालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने भिट्ठी निवासी दिवाकर मिश्रा पुत्र विद्याधर मिश्रा के घर का किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि घर के अन्दर शौंचालय बना हुआ है जो क्रियाशील है। शौंचालय का ढक्कन पक्का है। इस दौरान मौके पर उपस्थित लाभार्थी विद्याधर द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि शौंचालय का उपयोग किया जा रहा है।इस दौरान जिलाधिकारी ने यह भी पाया कि लाभार्थी के घर में चार पहिया वाहन उपलब्ध है, जो कि बाहर गया है। इसके अलावा लाभार्थी का घर भी पक्का व बड़ा बना है। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से पूछा की इन्हें किस पात्रता के आधार पर शौचालय उपलब्ध कराया गया है। उन्होने इसकी जांच कराकर कार्यवाही कराने का निर्देश दिया है।इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने भिट्ठी निवासी रमेश पुत्र रामपति के घर का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि घर के पीछे शौंचालय बना हुआ है जो क्रियाशील है। शौंचालय का ढक्कन पक्का है। निरीक्षण के समय रमेश के परिवारीजन उपस्थित मिले। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा ग्राम भिट्ठी निवासी अंगदराम पुत्र भगौती के घर का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में ज्ञात हुआ कि घर के अंदर शौंचालय बना हुआ है जिसमंे कंडा रखा गया है। शौचालय क्रियाशील नहीं पाया गया। इसके बाद उन्होने निवासी विनीता पत्नी महेश यादव के घर का निरीक्षण किया। जिसमें पाया गया कि घर से कुछ दूरी पर शौंचालय बना हुआ है जो अक्रियाशील है। उपस्थित विनीता द्वारा अवगत कराया गया कि शौंचालय का उपयोग काफी समय से नही किया जा रहा है, सही कराकर इसका उपयोग करेगें।जिस पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि उक्त लाभार्थियों की पात्रता की जांच कराते हुए उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि भविष्य में इस बात का ध्यान रखा जाए कि कोई भी अपात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं का लाभ न लेने पाये, अन्यथा सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि शासन द्वारा प्रदेश में जनसंख्या के दृष्टिगत सबसे कम जनसंख्या वाली ग्राम पंचायतों जिनमें सिंगल पिट वाले शौचालयों की रेट्रोफिटिंग का लक्ष्य निर्धारित है, जिन्हें धनराशि उपलब्ध कराकर ट्विन पिट शौचालय का निर्माण कराया जाना है।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी नन्दलाल, जिला समन्वयक राजकुमार त्रिपाठी सहित सम्बन्धित लाभार्थी उपस्थित रहे।