ओवरलोडिंग वाहनों पर नही लग पा रहा है लगाम,दो ओवरलोड ट्रक गड्डे में पलटे

59

श्रावस्ती।।तराई में आए दिन हो रही दुर्घटना के बाद भी ग्रामीण रूटों पर चल रहे वाहन में ओवरलोडिंग पर लगाम नहीं लग पा रही है। अधिक कमाई के लालच में वाहन ड्राइवर्स ओवर लोडिंग करके आम आदमी के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके बावजूद न तो पुलिस प्रशासन ध्यान दे रहा है और नहीं परिवहन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है। साधनों का अभाव और लोगों की मजबूरी के चलते ग्रामीण लोगों को हर रोज अपनी जान खतरे में डालकर जीवन जीने को मजबूर है।शहर और आसपास के इलाकों में यह एक नजारा आम है। वह ओवरलोडिंग वाहन का। नेशनल हाईवे हो या दूसरे मार्ग, वाहन चालक अधिक सवारी बिठाने के लिए जरा भी परहेज नहीं कर रहे हैं। इसके चलते किसी भी मार्ग पर आसानी से यह नजारा देखा जा सकता है। पुलिस थानों में रिकॅार्ड पर गौर करें तो इंसानों की सबसे अधिक मौत सड़क दुर्घटना में हो रही है, जो असमय मृत्यु का कारण नहीं बन रही है। बौद्ध परिपथ पर स्थित गिलौला, इकौना,कटघरा, भिनगा बहराइच मार्ग व गिलौला लक्ष्मण नगर, जमुनहा का लक्ष्मण बैराज, जमुनहा बहराइच मार्ग, सिरसिया बलरामपुर मार्ग ,खरगौरा चौराहा सहित अन्य क्षेत्रों सवारी वाहन में भीड़ आसानी से देखी जा सकती है। इसके चलते जहां पब्लिक को परेशानी होती है, वही सरकार द्वारा सड़क के बनाए नियम टूटते हैं। यहां यह सालों से चल रहा है। वहीं ट्रेक्टर-ट्रॉलियों का उपयोग भी सवारियों के रूप में होने लगा है। इसके बावजूद आरटीओ कार्रवाई करने के लिए ध्यान नहीं दे रही है। शिकायतें आम हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। यही वजह है कि सड़क पर नियम तार-तार हो रहे हैं। इसके बाद भी अधिकारी सड़कों पर अव्यवस्था को सुधारने में नाकाम हैं। हालांकि आरटीओ में पदस्थ कर्मचारी को सड़क के किनारों पर जब तब जांच ओवरलोड वाहन के खिलाफ जांच करते देखा जा सकता है। इसके बावजूद कार्रवाई न के बराबर होती।यही नहीं अधिकांश वाहनों में हादसे से बचने के उपकरण तक नहीं हैं। शहर से होकर जाने वाले छोटे-बड़े सवारी वाहन जीपों, मैजिक ऑटो और बसों में न तो अग्निशमन यंत्र हैं और न ही फर्स्ट एड बॉक्स ही रखे जा रहे हैं। जिससे तुरंत उपचार या बचाव के कोई इंतजाम तक नहीं किए गए है।इसी क्रम में शुक्रवार को थाना इकौना क्षेत्र के एन एच -730 के भगवान पुर बनकट गांव के पास बेधड़क बालू लदे दो ओवरलोड ट्रक हादसे के शिकार हो गए और दोनों ट्रक ओवरलोड खाई में पलट गए। हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नही है।इससे प्रशासन की कार्यशैली पर भूमिका संदेह के दायरे में बनी है।