दिल्ली-NCR के बाद बिहार में भी भारी भूकंप, घर छोड़कर भागे लोग

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सोमवार की सुबह दिल्ली NCR में भारी भूकंप आया, इसके चंद घंटे बाद ही बिहार में भी धरती डोलने लगी. वहां भी 4.0 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र सिवान बताया जा रहा है. जैसे ही भूकंप आया पंखे व खिड़कियां हिलने लगी और लोग घरों से निकलकर भागने लगे. राहत की बात यह है कि इस दौरान किसी जान माल का नुकसान नहीं हुआ

नई दिल्ली.दिल्ली-NCR में तड़के बहुत जोरदार भूकंप आया. भूकंप सुबह 5.36 बजे आया, नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई है. इसका केंद्र दिल्ली के आसपास ही धरती से 5 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है, इसीलिए तेज झटके महसूस हुए. 5-10 सेकंड लगे भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इमारते कांपने लगी और खिड़कियों से आवाजें आने लगी.

दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय क्षेत्र IV में आता है, जिससे यहां मध्यम से तीव्र भूकंप आने का खतरा बना रहता है. दिल्ली में भूकंप आने के चंद घंटे बहाद बिहार में भी धरती डोली. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, बिहार का सिवान इसका केंद्र रहा और तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गयी है. हालांकि इससे किसी तरह के हताहत होने की सूचना नहीं है.

भूंकप क्यो आता है

भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप आने की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेट्स हैं जिसमें तेज हलचल होती है और प्लेटस आपस में टकराती हैं. इसके अलावा, ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग के कारण भी भूंकप आता है. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. अगर स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता होती है तो इसे हल्का भूकंप माना जाता है, वहीं तीव्रता 6 से अधिक होती हे तो इसे भारी भूकंप माना जाता है.

ऐसे लगाते हैं तीव्रता का अंदाजा
बता दें कि भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। ये लहर सैकड़ों किलोमीटर तक फैली होती है, जिससे कंपन होता है और धरती में दरारें पड़ जाती है। भूकंप का केंद्र अगर कम गहराई पर होता है तो उससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी नजदीक होती है और तबाही ज्यादा होती है. भूकंप का केंद्र अगर गहराई में है तो उसका असर कम होता है. इससे भी फर्क पड़ता है कि भूकंप का केंद्र कहां पर था.