सिद्धार्थनगर: इटवा में आम की बंपर पैदावार के संकेत: पेड़ों पर बौर आए, विशेषज्ञों ने सिंचाई न करने की दी सलाह

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इस साल आम की फसल के अच्छे संकेत मिल रहे हैं। आम के पेड़ों पर बौर आ चुके हैं, जिससे किसान उत्साहित हैं। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।


कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप कुमार के अनुसार, इस समय बागों में सिंचाई बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। सिंचाई से किसानों को नुकसान हो सकता है। फलों को गिरने से बचाने के लिए जब दाना मटर के बराबर हो जाए, तब प्लानोफिक्स दवाई का छिड़काव करना चाहिए। इसके लिए एक एमएल दवा को 3 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

मिलीबग कीट से बचाव के लिए पेड़ों के तने पर चारों तरफ पॉलिथीन बांधने की सलाह दी गई है। अगर कीट पहले से मौजूद हैं, तो ड़ाइमेथोएट 30 ई.सी. या क्वीनालफॉस 25 ईसी का छिड़काव करें। इसके लिए 1.5 एमएल दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर पेड़ और डालियों पर छिड़काव करना होगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि बौर निकलने के बाद और मटर जैसा दाना बनने तक सिंचाई नहीं करनी चाहिए। मौसम अनुकूल रहा और किसानों ने सही देखभाल की, तो इस बार आम की अच्छी पैदावार की उम्मीद है।