भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ी रही मनरेगा*

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निचलौल/महराजगंज:महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना है लेकिन इसमें भ्र्ष्टाचार भी चरम पर है मनरेगा के तहत हो रहे कार्यो में फर्जी मजदूरों का हाजिरी लगाने का सिलसिला रुकने का नाम नही ले रहा हैं लग रहा हैं ब्लाक में बैठे मैडम साहिबा खुली छूट दे रखी है। जिसका परिणाम यह हो रहा है कि मनरेगा मजदूर केवल कागजो तक ही सीमित हैं धरातल पर हवा हवाई हैं।

*आइये जानते हैं मनरेगा की हकीकत*

निचलौल ब्लाक अन्तर्गत ग्राम सभा पकड़ी भारत खंड में धोबहिया पोखरी का अमृत सरोवर निर्माण कार्य हो रहा हैं जिसमें रोजाना NMMS पोर्टल के माध्यम से 180 से लेकर 194 मजदूरों की उपस्थिति दर्शायी जा रही हैं।हमारी मीडिया टीम 29 मार्च दिन शनिवार को दोपहर 3:57 बजे कार्य स्थल पर पहुँचा तो मौके पर एक भी मजदूर नही मिले।

खंड विकास अधिकारी शमा सिंह ने किया मनरेगा कार्य का निरीक्षण।

बुधवार को निचलौल खंड विकास अधिकारी शमा सिंह ग्राम सभा पकड़ी भारत खंड में धोबहिया पोखरी पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया तथा मजदूरों के बीच फावड़ा भी चलाया।कुछ ही समय बाद हमारी मीडिया टीम जब पहुँचा तो मात्र 93 मजदूर काम पर पाए गए वही शाम होते ही रोजगार सेवक सत्यनारायण प्रजापति द्वारा 194 मजदूरों की हाजिरी NMMS पोर्टल पर दर्ज किया गया।ऐसे में सवाल उठ रहा हैं कि निरीक्षण के पांच दिन पूर्व काम पर एक भी मजदूर नही मिले फिर अचानक बुधवार को इतने मजदूर कहा से आ गए।मतलब रोजगार सेवक सत्यनारायण प्रजापति को पहले से पता था कि मैडम साहिबा आज काम का निरीक्षण करेगी।सबसे हैरान करने वाली बात यह हैं कि मैडम साहिबा के उपस्थिति होने पर भी 194 मजदूरों के सापेक्ष मात्र 93 मजदूरों को ही काम पर लगाया गया।

रोजगार सेवक सत्यनारायण ने नही बताया मजदूरों की वास्तविक संख्या।
हमारे संवाददाता ने जब रोजगार सेवक सत्यनारायण प्रजापति से मजदूरों की संख्या पूछा तो जबाब देने में असमर्थ रहे।क्या उच्च अधिकारियों द्वारा मनरेगा में फर्जी उपस्थिति के लिए खुली छूट दिया गया है लाख शिकायतों के बावजूद कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है।