चैत्र नवरात्रि के अवसर पर अष्टमी के दिन जनपद के दुर्गा मन्दिरों पर प्रारम्भ हुआ दुर्गा सप्तशती व अखण्ड रामायण का पाठ-जिलाधिकारी

101

श्रावस्ती। जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया है कि शासन के निर्देशानुसार चैत्र नवरात्रि (दिनांक 30 मार्च से 06 अप्रैल, 2025 तक) के अवसर पर आज अष्टमी तिथि पर जनपद के देवी मंदिरों में पूजा अर्चना एवं विधि विधान के साथ अखंड रामायण पाठ का भव्य एवं आकर्षक शुभारंभ किया गया, जिसकी पूर्णाहुति/हवन पूजन 06 अप्रैल, 2025 को होगी। उल्लेखनीय है कि चैत्र नवरात्रि के अवसर पर देवी मंदिरों में दुर्गा सप्तशती पाठ, देवी गायन व अखण्ड रामायण आदि कार्यक्रमों का उद्देश्य आम जनमानस को इससे जोड़ते हुए मानवीय मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्रीय मूल्यों का व्यापक प्रचार प्रसार करना है।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह के मार्गदर्शन में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग विकास परिषद द्वारा जनपद के मुख्यालय सहित सभी तहसीलों एवं विकास खण्डों/नगर निकायों क्षेत्रों में स्थित देवी मन्दिरों पर चैत्र नवरात्रि एवं रामनवमी के एक दिन पूर्व बुधवार अष्टमी के अवसर पर जगह-जगह देवी मन्दिरों/अन्य मन्दिरों पर दुर्गा सप्तशती पाठ/अखण्ड रामायण पाठ का शुभारम्भ कराया गया है। इस दौरान तहसील भिनगा के अन्तर्गत समय माता मन्दिर धोबी नाला बारातभारी, काली माता मन्दिर भिनगा, लक्षमन दास बाबा मन्दिर लक्षमन पुर बाजार, काली जी मन्दिर लालपुर हरेया तराई सिरसिया, काली माता मन्दिर एवं ग्यारह मुखी हनुमान मन्दिर जोखवा बाजार सहित अन्य विभिन्न मंदिरों में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग एवं संस्कृति विभाग के राग रागनी कला मंच एवं श्रावस्ती कल्चरल पार्टी के कलाकार द्वारा प्राचीन मंदिरों मे सुन्दर काण्ड, रामायण, राम धुन एवं भजन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये है।
जिलाधिकारी ने जनपद वासियों को चैत्र नवरात्रि अष्टमी एवं रामनवमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होने कहा कि अष्टमी महागौरी को समर्पित दिन है, इस खास मौके पर देवी जी जनपद वासियों की सभी मनोकामनाएं पूरी करें। उन्होने कहा है कि हिन्दू नववर्ष और चैत्र नवरात्रि पर्व समस्त जनपद वासियों का जीवन मंगलमय हो, उन्हें समृद्धि एवं सुख-शांति मिलें। समृद्धि और विकास से ही हमारे जिले का विकास निहित है। उन्होने कहा कि वैदिक पुराणों में चैत्र नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है। इसे आत्मशुद्धि तथा मुक्ति का आधार माना गया है, चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का पूजन करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और हमारे चारों ओर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।