Pakistan: केयरटेकर प्रधानमंत्री ने कहा- भारत को बनना चाहिए सबसे महान लोकतंत्र, हम सुधारना चाहते हैं संबंध

119

पाकिस्तान (Pakistan) के केयरटेकर प्रधानमंत्री (Care Taker PM) अनवर उल हक काकर (Anwar ul Haq Kakar) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारत को सबसे बड़े लोकतंत्र से सबसे महान लोकतंत्र बनना चाहिए। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ संबंधों को सुधारना चाहते हैं, पर इसके लिए कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्वक हल निकलना जरूरी है।

इस दौरान भारत के साथ व्यापार के सवाल पर उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे का हल निकाले बिना भारत के साथ व्यापार संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं, हम शांतिपूर्ण ढंग से इस मुद्दे का हल चाहते हैं, लेकिन अगर शांति स्थापित नहीं होती है तो यह भारत, पाकिस्तान और दुनिया के लिए चिंता का विषय होगा।

Also Read: भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम ने जीता सिंगापुर के राष्ट्रपति पद का चुनाव, PM मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई

दरअसल, 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार बंद है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार को यह कहकर रोक दिया था कि धारा 370 की बहाली तक दोनों देशों के बीच व्यापार नहीं होगा।

वहीं, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की पार्टी के नेताओं के जेल में होने के सवाल पर केयरटेकर पीएम ने कहा कि यदि उनको पॉलिटिकल सिस्टम की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो यह पाकिस्तान की डेमोक्रेसी पर सवाल खड़े करता है।

Also Read: US: राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने की PM मोदी की तारीफ, कहा- मैं उनसे काफी प्रभावित हूं

बता दें कि 9 मई को पाकिस्तान में हुई हिंसा की घटना के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान में सिविल वॉर की कोशिश थी। इसके निशाने पर आर्मी चीफ और उनकी टीम थी। उन्होंने कहा कि सैन्य ठिकानों और जवानों पर हमले की कोशिश करने वालों के खिलाफ मिलिट्री ट्रायल किए जाएंगे।


दुनिया प्रदेश की ताजा तरीन खबरें और रोचक जानकारीयों के लिए जुडिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से..लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज अपने व्हाट्सएप पर पायें…

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )