बस्ती में बंद पड़े प्राइमरी स्कूल में युवती ने बनाई रील, अब जिला शिक्षा अधिकारी ने लिया संज्ञान

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बस्ती जनपद में 86 प्राथमिक विद्यालयों के बंद होने का एक अप्रत्याशित परिणाम सामने आया है, जहां अब इन खाली पड़े स्कूलों में सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. हाल ही में परशुरामपुर ब्लॉक के नेवादा सविलियन स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने पूरे शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी है. वीडियो में एक युवती को स्कूल परिसर के अंदर रील्स बनाते हुए देखा जा रहा है. हालांकि यह पहला मामला नहीं है ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जो इन बंद पड़े विद्यालयों के दुरुपयोग की ओर इशारा कर रहे हैं.

वीडियो पर बस्ती के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अनूप कुमार ने तत्काल इस मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने बिना किसी देरी के नेवादा सविलियन स्कूल के प्रधानाचार्य को नोटिस जारी स्पष्टीकरण मांगा है. बीएसए ने जानना चाहा है कि युवती स्कूल परिसर में कैसे दाखिल हुई, जब युवती रील्स बना रही थी, तब स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी कहाँ थे, और स्कूल के ताले की चाभी किसके पास थी.

स्कूल परिसरों की सुरक्षा बनी चुनौती
बता दें कि 86 प्राथमिक विद्यालयों के बंद होने के बाद, इन परिसरों की सुरक्षा और रखरखाव एक बड़ी चुनौती बन गई है. यह घटना दर्शाती है कि इन खाली पड़े स्कूलों की निगरानी में गंभीर चूक हो रही है. यदि स्कूल परिसरों का इस तरह से दुरुपयोग होता रहा, तो यह न केवल शिक्षा के माहौल को दूषित करेगा, बल्कि भविष्य में और भी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है.

स्थानीय लोग बोले- बच्चों पर जाएगा गलत प्रभाव
स्थानीय निवासियों का कहना है कि रील्स बनाने का बढ़ता क्रेज युवाओं में मर्यादा और सार्वजनिक स्थानों के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाता है. बच्चों के सामने इस तरह की गतिविधियों का होना उनके मन पर गलत प्रभाव डाल सकता है, और उन्हें भी ऐसी गतिविधियों के लिए प्रेरित कर सकता है.

जिला शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा?
बीएसए अनूप कुमार ने मीडिया को बताया है कि इस मामले में गहन जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों और संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने स्कूलों के परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और ऐसी किसी भी अनाधिकृत गतिविधि को तत्काल रोकें.