ट्रायल के लिए मुंबई पहुंची Vande Bharat Sadharan Express, सभी कोच नॉन एसी; कम किराए में मिलेगा आरामदायक सफर

468

आम लोग भी कम किराये में वंदे भारत की तरह आरामदायक यात्रा कर सकें इसलिए रेलवे अब वंदे भारत साधारण एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने वाला है। पहली वंदे भारत साधारण एक्सप्रेस ट्रायल के लिए मुंबई पहुंच गई। इसे परीक्षण के लिए वाडीबंदर रेलवे यार्ड में खड़ा किया गया है।

  • ट्रायल के लिए मुंबई पहुंची वंदे साधारण एक्सप्रेस
  • पांच रूटों पर चलाई जा सकती है वंदे साधारण एक्सप्रेस ट्रेन
  • ट्रेन में सभी कोच नान एसी, कम किराये में आरामदायक यात्रा


मुंबई। देशभर में वंदे भारत ट्रेनों से लोग आरामदायक यात्रा का आनंद ले रहे हैं, लेकिन इसका किराया अधिक है। इस कारण गरीबों के लिए इन ट्रेनों में सफर करना कठिन है। सामान्य व निम्न आयवर्ग के आम लोग भी कम किराये में वंदे भारत की तरह ही आरामदायक यात्रा कर सकें, इसके लिए रेलवे अब वंदे भारत साधारण एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने वाला है।

रविवार सुबह मुंबई पहुंची वंदे भारत साधारण एक्सप्रेस

पहली वंदे भारत साधारण एक्सप्रेस ट्रायल के लिए रविवार सुबह मुंबई पहुंच गई। इसे परीक्षण के लिए मझगांव के वाडीबंदर रेलवे यार्ड में खड़ा किया गया है।

अधिकारियों ने किया ट्रेन का निरीक्षण

अधिकारी ने कहा, वाडीबंदर रेलवे यार्ड में अधिकारियों ने ट्रेन का निरीक्षण किया। इस ट्रेन के लिए पांच रूटों – पटना-नई दिल्ली, हावड़ा-नई दिल्ली, हैदराबाद-नई दिल्ली, मुंबई-नई दिल्ली, एर्नाकुलम-गुवाहाटी को शार्टलिस्ट किया गया है।

ट्रेन के नाम का नहीं हुआ एलान

हालांकि, अभी तक इस ट्रेन का नाम औपचारिक तौर पर नहीं रखा गया है। यह ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह ही है, लेकिन इसमें गैर वातानूकुलित (नान एसी) कोच होंगे। इस कारण वंदे साधारण एक्सप्रेस का किराया भी कम होगा। वहीं, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में फिलहाल सिर्फ एसी चेयरकार मौजूद है। इसलिए किराया ज्यादा है।

आइसीएफ में किया गया ट्रेन का निर्माण

एक अधिकारी ने कहा कि ट्रेन का निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) में किया गया है। इसकी लागत 65 करोड़ रुपये आई है। उन्होंने बताया कि इसमें 22 कोच हैं, जिसमें 12 स्लीपर क्लास कोच, आठ जनरल कोच और दो गार्ड कोच शामिल हैं।

130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन

अधिकारी ने कहा कि दोनों सिरों पर इलेक्ट्रिक इंजन हैं। दोनों ओर इंजन के साथ पुश-पुल तकनीक से आरामदायक यात्रा सुनिश्चित होगी। ट्रेन में लगभग 1,800 यात्री सफर कर सकेंगे। इसकी अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा है।