बस्ती में समाधान-दिवस में महिला ने खुद पर छिड़का पेट्रोल: बोली-7 बार समाधान दिवस, 2 बार CM पोर्टल, 5 बार थाना दिवस में शिकायत की; सुनवाई नहीं हुई

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महिला का कहना है कि उसके घर तक जाने के लिए रास्ता नहीं है। इसकी मांग को लेकर वह सात बार समाधान दिवस, दो बार मुख्यमंत्री पोर्टल और पांच बार थाना समाधान दिवस में आवेदन कर चुकी है। मगर उसकी समस्या का हल नहीं निकल सका।

बस्ती के हरैया तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में वृद्ध महिला ने रास्ते की मांग को लेकर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने महिला के हाथ से पेट्रोल की बोतल छीन लिया और उसे अपने साथ ले गई। समाधान दिवस में वृद्ध के पेट्रोल छिड़कने से अफरा-तफरी मच गई।

बस्ती जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां हर्रैया तहसील में समाधान दिवस के दौरान अपना प्रार्थनापत्र डीएम को देने के बाद हॉल में बैठी एक महिला ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेलने का प्रयास किया। मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसके हाथ से बोतल छीन लिया।

मामला हरैया का है। यहां तहसील समाधान दिवस में महिला के आत्मदाह के प्रयास को लेकर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। पीड़ित महिला समाधान दिवस में अपने बेटे के साथ पहुंची थी। वह कोल्ड ड्रींक की बोतल में पेट्रोल छिपाकर ले गई थी। रास्ते के विवाद की समस्या लेकर जिलाधिकारी के सामने पेश हुई। इस दौरान वह पेट्रोल निकालकर अपने ऊपर उड़लने लगी।

हरैया तहसील समाधान दिवस में शनिवार की दोपहर करीब सवा बारह बजे उस समय हड़कंप मच गया, जब रास्ते की समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी अंद्रा वामसी के सामने पेश हुई एक महिला को समाधान का आश्वासन मिलने पर भी कोल्ड ड्रिंक की बोतल में छिपाकर लाई पेट्रोल ऊपर उड़ेल आत्मदाह का प्रयास किया। आनन- फानन महिला व साथ में मौजूद पुत्र को हरैया पुलिस ने हिरासत में ले लिया और थाने ले गई।

यह है मामला

पैकोलिया थाना क्षेत्र के ग्राम रेवटा हरशरन शुक्ल गांव निवासी मुन्नी देवी पत्नी स्वर्गीय सिकंदर व उसके पुत्र किशन कन्हैया ने बताया कि गांव निवासी बीरेंद्र चौधरी ने दो वर्ष से घर का रास्ता बंद रखा है। किशन कन्हैया ने बताया कि पिछले दो वर्षों से थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक और थाना व तहसील समाधान दिवस में चक्कर लगाए, पर सुनवाई नहीं हुई। अंत में मजबूरन आत्मदाह का निर्णय लेना पड़ा।

पीड़िता ने बताया कि अधिकारियों से मिल कर प्रार्थनापत्र दिया। जांच जब पैकोलिया थाने की पुलिस को सौंपा गया तो विपक्षी बीरेंद्र चौधरी के प्रभाव में आकर गोलमाल रिपोर्ट लगा दिया गया। समस्या अब तक वही बनी हुई है।

थाना प्रभारी हरैया राणा देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। इधर, जिलाधिकारी अंद्रा वामसी ने तहसील समाधान दिवस के बाद पत्रकारों को बताया कि मामले में जानकारी ली गई। महिला की मांग गलत है। वह किसी और के जमीन पर अपना रास्ता बनाना चाहती है, जो न्याय संगत नहीं है।