Veg thali prices rise: घर पर खाना पकाना हुआ 20 फीसदी महंगा, सब्जियों की कीमतों ने कर दिया खेला

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Veg thali prices hike: शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत में उछाल दर्ज हुआ है। घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

थालियों की लागत में उछाल।

Veg Thali Became Costlier: बीते महीने सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत में उछाल दर्ज हुआ है। बुधवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर महीने में सब्जियों की कीमतों ने शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत बढ़ा दी है। घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण सब्जियों की ऊंची कीमतें हैं, जो शाकाहारी थाली की लागत का 40 फीसदी तक होती हैं। टमाटर, आलू और प्याज सभी की कीमतों में अलग-अलग कारणों से तेज बढ़ोतरी हुई है। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख उत्पादक राज्यों में सितंबर में ज्यादा बारिश के कारण खरीफ प्याज की आवक में देरी हुई। मजबूत त्योहारी मांग के बीच टमाटर की फसल को नुकसान हुआ और आलू के कोल्ड स्टोरेज स्टॉक के घटने से कीमतों में तेजी आई।

अक्टूबर में प्याज और आलू की कीमतें क्रमशः 46 फीसदी और 51 फीसदी बढ़ गई, क्योंकि सितम्बर में लगातार बारिश के कारण आवक कम हो गई थी।

Veg thali prices hike: शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत में उछाल दर्ज हुआ है। घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। कम पढ़ें

थालियों की लागत में उछाल।

Veg Thali Became Costlier: बीते महीने सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत में उछाल दर्ज हुआ है। बुधवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर महीने में सब्जियों की कीमतों ने शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की लागत बढ़ा दी है। घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

Why Veg Thali Became Costlier in October: क्यों बढ़ी थाली की कीमतें
इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण सब्जियों की ऊंची कीमतें हैं, जो शाकाहारी थाली की लागत का 40 फीसदी तक होती हैं। टमाटर, आलू और प्याज सभी की कीमतों में अलग-अलग कारणों से तेज बढ़ोतरी हुई है। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख उत्पादक राज्यों में सितंबर में ज्यादा बारिश के कारण खरीफ प्याज की आवक में देरी हुई। मजबूत त्योहारी मांग के बीच टमाटर की फसल को नुकसान हुआ और आलू के कोल्ड स्टोरेज स्टॉक के घटने से कीमतों में तेजी आई।

अक्टूबर में प्याज और आलू की कीमतें क्रमशः 46 फीसदी और 51 फीसदी बढ़ गई, क्योंकि सितम्बर में लगातार बारिश के कारण आवक कम हो गई थी।

नॉन-वेज थाली की कीमत और वेज थाली की कीमत में अंतर हुआ खत्म
नॉन-वेज थाली की कीमत, जिसमें लगातार 12 महीनों से वार्षिक गिरावट दर्ज की गई थी, उसमें भी 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जिससे वेज थाली के साथ इसका अंतर खत्म हो गया। नॉन-वेज थाली के लिए, महीने के दौरान ब्रॉयलर की कीमतों में स्थिरता के अनुमान ने लागत में और बढ़ोतरी को रोकने में मदद की। घर पर थाली तैयार करने की औसत लागत की गणना उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में प्रचलित इनपुट कीमतों के आधार पर की जाती है। मांसाहारी थाली के लिए, ब्रॉयलर की कीमतों में पिछले वर्ष की तुलना में 9 फीसदी की अनुमानित गिरावट आई है, जो कि लागत का 50 फीसदी है, जिससे अपेक्षाकृत धीमी बढ़ोतरी हुई है, जबकि सब्जियों की कीमतों में, जो कि लागत का लगभग 22 फीसदी है, बढ़ोतरी देखी गई।