रक्षा क्षेत्र की दिग्गज सरकारी कंपनी, बीईएमएल लिमिटेड (BEML Ltd) को रक्षा मंत्रालय से एक बड़ा ऑर्डर मिला है | बीईएमएल लिमिटेड ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि उसे रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की तरफ से करीब 110 करोड़ रुपये का एक अहम वर्क ऑर्डर प्राप्त हुआ है | यह ऑर्डर कंपनी के नियमित कारोबारी गतिविधियों का ही हिस्सा है, जिसके तहत बीईएमएल को रक्षा मंत्रालय के लिए इंजनों की आपूर्ति करनी है |
कंपनी की ऑर्डर बुक 16,342 करोड़ रुपये
इस ऑर्डर से कंपनी की कुल ऑर्डर बुक को और मजबूती मिली है. आंकड़ों पर गौर करें तो H1 FY26 तक कंपनी की ऑर्डर बुक 16,342 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है. यह बीईएमएल के इतिहास में अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है | किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर या डिफेंस कंपनी के लिए इतनी भारी-भरकम ऑर्डर बुक का होना, भविष्य में होने वाली कमाई की स्पष्ट तस्वीर पेश करता है, जो निवेशकों के भरोसे को बढ़ाने का काम करता है |
इन क्षेत्रों में भी है BEML की मजबूत पकड़
आम निवेशक अक्सर बीईएमएल को केवल एक डिफेंस कंपनी के तौर पर देखते हैं, लेकिन इसका कारोबार काफी फैला हुआ है | कंपनी की कुल कमाई का गणित समझें तो डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर से इसका करीब 40% राजस्व आता है | वहीं, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन यानी खनन और निर्माण क्षेत्र से कंपनी को सबसे ज्यादा 43% आय होती है | इसके अलावा, रेल और मेट्रो प्रोजेक्ट्स से भी कंपनी अपनी कुल कमाई का 17% हिस्सा जुटाती है |
बीईएमएल देश की उन चुनिंदा इंजीनियरिंग कंपनियों में से एक है जो न केवल भारतीय सेना के लिए हाई मोबिलिटी व्हीकल बनाती है, बल्कि मेट्रो ट्रेनों और भारतीय रेलवे के लिए कोच का निर्माण भी करती है. कंपनी की पहुंच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह अब तक दुनिया के 73 देशों में अपने उपकरण निर्यात कर चुकी है. हाल ही में कंपनी ने एसईसीएल (SECL) के लिए मोटर ग्रेडर का डिजाइन तैयार किया और भारतीय सेना के बेड़े में आधुनिक MMME Mk-II को शामिल करवाया, जो इसकी तकनीकी क्षमता को दर्शाता है |
शेयर का प्रदर्शन शानदर रहा है
निवेश के नजरिए से देखें तो बीईएमएल एक मल्टीबैगर साबित हुआ है. लंबी अवधि के निवेशकों को इसने निराश नहीं किया है. पिछले पांच सालों में इस सरकारी शेयर ने अपने निवेशकों को 331% से अधिक का रिटर्न दिया है, जो एफडी या अन्य पारंपरिक निवेशों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. मंगलवार को भी खबर के दम पर शेयर 1742.60 रुपये के स्तर तक पहुंचा.
हालांकि, कंपनी के हालिया वित्तीय नतीजे थोड़े मिले-जुले रहे हैं | वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2) में कंपनी के रेवेन्यू में मामूली गिरावट दर्ज की गई और यह 2% घटकर 839 करोड़ रुपये रह गया. वहीं, मुनाफे के मोर्चे पर भी थोड़ा दबाव देखने को मिला है | नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 6% गिरकर 48 करोड़ रुपये पर आ गया है|

































