तेज हवा-बारिश से धान की फसल गिरी: सिद्धार्थनगर में किसानों को भारी नुकसान, मुआवजे की मांग तेज

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सिद्धार्थनगर के भारत भारी क्षेत्र में विगत दिनों हुई तेज हवा और बारिश से धान की अगैती फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। खेतों में खड़ी फसल गिर गई है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। कृषि विभाग के अनुसार, इस समय फसल का गिरना उपज को प्रभावित कर सकता है।

नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र के बढ़नी, देवरिया, मोतीगंज, अमौना पांडेय और मल्हवार सहित कई गांवों में बुधवार की देर रात लगभग एक घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। तेज हवाओं के कारण खेतों में खड़ी धान की फसल गिर गई। कई स्थानों पर खेतों में पानी भर जाने से फसल पूरी तरह जमीन पर चिपक गई है।

स्थानीय किसानों में राम वचन, अशोक कुमार, हमीदुल्लाह और सिकंदर ने बताया कि बारिश से भूमि में नमी आई है, जो देर से बोई गई फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, जिन खेतों में अगैती धान की बालियां निकल चुकी थीं, वहां फसल पूरी तरह से गिर गई है।

किसानों के अनुसार, दाना पड़ने के समय फसल का गिरना उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा। किसानों ने आशंका जताई है कि यदि खेतों में लगातार नमी बनी रही तो गिरी हुई फसल सड़ सकती है, जिससे उपज में 30 से 40 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। खेतों में पानी भर जाने के कारण गिरी हुई फसल को सीधा करना भी मुश्किल हो गया है।

कृषि विभाग के अनुसार प्राथमिक जांच में कई स्थानों पर फसल गिरने की जानकारी मिली है। विभाग द्वारा प्रभावित गांवों का जल्द ही सर्वे कराया जाएगा, ताकि वास्तविक नुकसान का आकलन किया जा सके। किसानों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि गिरी हुई फसलों का तत्काल सर्वे कराकर उचित मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि वे अगली बुवाई की तैयारी कर सकें। किसानों का कहना है कि बदलते मौसम ने उनकी उम्मीदों पर नकारात्मक असर डाला है, जिससे उनकी चिंताएं बढ़ गई हैं।

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