आपात स्थिति को देखते हुए सेना और पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी
खुनुवां। नेपाल में पिछले दो दिनों में आई प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं ने देश भर में 40 लोगों की जान ले ली है जबकि 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इससे जहां नेपाल जाने वालों के लिए रास्ते बंद हो गए हैं, वहीं नेपाल में पहुंचे पर्यटक वहीं फंस गए हैं। भारत-नेपाल सोनौली सीमा पर बुटवल-तानसेन (सिद्धार्थ हाई-वे) वाला खंड बार-बार भूस्खलन होने से प्रभावित है। विशेष रूप से सिद्ध बाबा, दोभान, कालीमाटी आदि स्थान संकटग्रस्त रहे हैं। कई बार पूरा मार्ग बंद और कभी-कभी एक-तरफा खोल कर यातायात बहाल किया जा रहा है। मुग्लिन पोखरा शहर आदि पहाड़ी शहरों में जाने वाले क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं।
बढ़नी, खुनुवां, अलीगढ़वा, ककरहवा बार्डर से भारतीय पर्यटकों का आवागमन होता है। वहीं कपिलवस्तु जिले से उत्तर स्थित गोरु सिंहे, अर्घाखांची जिले में सूपादेउराली मार्ग बारिश की वजह से नदियों में भारी बाढ़ आने व भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। स्थानीय पुलिस प्रशासन प्रतिदिन तटीय क्षेत्रों से होकर पहाड़ी क्षेत्रों में आने जाने वाले नागरिकों को जागरूक व अलर्ट कर रहा है। नारायण घाट-बुटवल (दाउन्ने) खंड अभी बड़े पैमाने पर अवरुद्ध नहीं पाया गया। कई रिपोर्टें बताती हैं कि दाउन्ने सेक्शन पर हाल-फिलहाल कोई निरंतर बड़े बाधा का आधिकारिक नोटिस नहीं है, हालांकि यह पहले बाधित रहा है।
इलाम जिला सबसे ज्यादा प्रभावित
नेपाल सशस्त्र पुलिस बल ने जानकारी दी है कि बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरने और वाहन दुर्घटनाओं के कारण 13 लोग घायल हुए हैं। इलाम जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। एपीएफ के अनुसार, अकेले इलाम जिले में बाढ़ और भूस्खलन ने सबसे बड़ी तबाही मचाई है, जहां 28 लोगों की मौत हो गई है और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सशस्त्र पुलिस बल के संयुक्त प्रवक्ता शैलेंद्र थापा ने इलाम में हुई मौतों का ब्यौरा देते हुए बताया कि सूर्योदय नगर पालिका में पांच, इलाम नगर पालिका में छह, देउमई नगर पालिका में दो, फाकफोकाथुम ग्रामीण नगर पालिका में एक, मंगसेबुंग ग्रामीण नगर पालिका में तीन, माईजोगमाई ग्रामीण नगर पालिका में आठ और संदकपुर ग्रामीण नगर पालिका में तीन लोगों की मौत हुई है। नेपाल में हालात बिगड़े हुए हैं। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है। बाहर से जाने वालों को भी नहीं आने की अपील की है।
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अन्य जिलों में भी मौतें और घायल
इलाम के अलावा, अन्य जिलों में भी बाढ़ और भूस्खलन के कारण मौतें दर्ज की गई हैं। उदयपुर में दो, रौतहट में तीन, रसुवा में चार, काठमांडो में एक व्यक्ति की मौत हुई। इसके अतिरिक्त, खोटांग, भोजपुर, रौतहट और मकवानपुर में बिजली गिरने से आठ लोग घायल हो गए। पंचथर में हुए सड़क हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हुए हैं। एपीएफ ने बताया कि आपदाओं में लापता हुए 11 लोगों की तलाश जारी है।