जनपद में सनसनी: अवैध गर्भपात से युवती की मौत मामले में दो और आरोपी गिरफ्तार

25
Advertisement


रिपोर्ट: हेमन्त कुमार दुबे।

महाराजगंज: जनपद के निचलौल थाना क्षेत्र में अवैध तरीके से गर्भपात कराए जाने के दौरान एक युवती की मौत के सनसनीखेज मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इस जघन्य अपराध में शामिल दो और वांछित अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इससे पहले, मृतका के प्रेमी को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

*प्रमुख गिरफ्तारियां।*
इस प्रकरण के वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत, निचलौल पुलिस ने नामजद डॉक्टर उदित प्रसाद गुप्ता (66 वर्ष), निवासी परागपुर, और शिल्पा विश्वकर्मा (26 वर्ष), निवासी शीतलापुर, को गिरफ्तार किया है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है।
> मृतका युवती के प्रेमी, श्याम को पुलिस इस मामले में पहले ही गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज चुकी है।

*क्या है पूरा मामला?*
मृतका युवती गरिमा (परिवर्तित नाम) की माता माया देवी, निवासी मंगलछपरा, ने पुलिस को दी गई तहरीर में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। तहरीर के मुताबिक घटना का दिन 23 नवंबर को खेसरारी भरपटिया निवासी प्रेमी श्याम अपनी प्रेमिका गरिमा को निचलौल स्थित गुप्ता क्लिनिक ले गया था। क्लिनिक में डॉक्टर उदित गुप्ता और शिल्पा विश्वकर्मा ने युवती को कथित तौर पर सात माह की गर्भवती बताकर उसका अवैध गर्भपात कराया।ऑपरेशन के दौरान युवती गरिमा की हालत गंभीर रूप से बिगड़ गई। आरोप है कि इसके बाद क्लिनिक के जिम्मेदार लोग क्लिनिक में ताला लगाकर मौके से फरार हो गए।प्रेमी श्याम गंभीर हालत में युवती को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निचलौल पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
*निचलौल पुलिस की कार्रवाई।*
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सबसे पहले मृतका के प्रेमी श्याम को हिरासत में लिया और जेल भेजा। अब इस प्रकरण में नामजद बाकी अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह कार्रवाई मु.अ.सं. 327/2025, धारा 89, 105, 3 (5) बीएनएस के तहत की गई है, जिसमें क्लिनिक संचालक और मेडिकल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगे हैं।
*जनता में आक्रोश।*
अवैध तरीके से चल रहे क्लिनिक और इस लापरवाही भरी घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित हो रहे चिकित्सा संस्थानों पर नकेल कसने की उम्मीद जगी है।

यहां भी पढ़े:  रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत: 2024-25 में 1.20 लाख करोड़ के स्वदेशी सैन्य उपकरणों की खरीद
Advertisement