सीतापुर। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने शनिवार को जनपद सीतापुर के नैमिषारण्य थाने स्थित मिशन शक्ति केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाने परिसर में स्थित कार्यालय, पुलिस मेस, बैरक तथा साइबर हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं का विस्तार से जायजा लिया।
डीजीपी ने कहा ये
निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने सबसे पहले मिशन शक्ति केंद्र में महिला सुरक्षा और स्वावलंबन से संबंधित गतिविधियों की जानकारी ली। अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा, सहायता एवं परामर्श सेवाओं को निरंतर मजबूत किया जा रहा है। इस पर डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया कि वे महिलाआें के प्रति संवेदनशील रहकर तुरंत सहायता उपलब्ध कराएं और किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए।
उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित कर कानून-व्यवस्था से जुड़े बिंदुओं पर सख्त निर्देश दिए। डीजीपी ने कहा कि अपराध और अपराधियों पर शून्य सहनशीलता की नीति का हर स्तर पर पालन सुनिश्चित किया जाए। यह भी स्पष्ट किया कि साइबर अपराधों में तेजी से कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है। विशेष रूप से वित्तीय साइबर अपराधों के मामलों में पीड़ितों को राहत दिलाने के लिए खातों को तुरंत फ्रीज कराने की व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू की जाए।
ट्रेनिंग पर दिया जोर
राजीव कृष्णा ने मिशन शक्ति केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को IGOT पोर्टल के माध्यम से शत प्रतिशत प्रशिक्षण कराने पर जोर दिया ताकि वे तकनीकी रूप से सक्षम होकर समयानुकूल चुनौतियों का सामना कर सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला अपहरण जैसे गंभीर अपराधों की रोकथाम के लिए औपचारिक कार्रवाई के साथ-साथ परामर्श और जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाए।
निरीक्षण के अंत में डीजीपी ने कहा कि मिशन शक्ति का लक्ष्य तभी सार्थक होगा जब महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश गांव-गांव और हर नागरिक तक प्रभावी ढंग से पहुंचे। पुलिस का प्रयास समाज में भरोसे का मजबूत वातावरण तैयार करना है, जिसमें हर महिला सुरक्षित और आत्मनिर्भर महसूस कर सके।

































