श्रावस्ती।पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश चन्द्र उत्तम तथा क्षेत्राधिकारीगणों के पर्यवेक्षण में जनपद श्रावस्ती पुलिस द्वारा मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिला सुरक्षा, सम्मान व आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने के उद्देश्य से व्यापक जनजागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत जनपद के थाना को0 भिनगा, इकौना, गिलौला, सिरसिया, गिरंट, मल्हीपुर, सोनवा, महिला थाना एवं नवीन मॉडर्न थाना सहित शक्ति मोबाइल टीम द्वारा ग्रामों, विद्यालयों और कस्बों में कुल 12 स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 1200 से अधिक महिलाओं, छात्राओं एवं बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रमों में प्रतिभागियों को महिला सुरक्षा संबंधी कानूनों, आत्मरक्षा तकनीकों, साइबर सुरक्षा उपायों व घरेलू हिंसा से निपटने के व्यावहारिक तरीकों के साथ-साथ महिला कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। महिला बीट अधिकारियों* द्वारा आत्मरक्षा के व्यवहारिक अभ्यास कराए गए, जिनमें उन्होंने बताया कि आपात स्थिति में कैसे साधारण वस्तुओं की मदद से स्वयं की रक्षा की जा सकती है। मिशन शक्ति टीमों ने साइबर अपराधों से बचाव के लिए विशेष सत्र आयोजित किए, जिनमें प्रतिभागियों को जागरूक किया गया कि अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, OTP या बैंक जानकारी साझा न करें, संदिग्ध कॉल्स से सावधान रहें* और किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में *1930 या 112 नंबर* पर तत्काल संपर्क करें। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, नारी शक्ति वंदन अधिनियम तथा रानी लक्ष्मीबाई बाल एवं महिला सम्मान कोष* जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। 
महिलाओं को बताया गया कि किसी भी उत्पीड़न या हिंसा की स्थिति में वे निसंकोच 1090, 181, 112, 108, 1098 या 1076 जैसे हेल्पलाइन नंबरों पर सहायता प्राप्त कर सकती हैं। विद्यालयों में आयोजित संवाद सत्रों के दौरान छात्राओं को लैंगिक समानता, आत्मनिर्भरता व समाज में नारी की भूमिका पर प्रेरित किया गया। छात्राओं ने मिशन शक्ति टीम के साथ अपने विचार साझा किए और नारी सशक्तिकरण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया। कार्यक्रमों के अंत में मिशन शक्ति टीमों ने यह प्रेरणादायी संदेश दिया सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर नारी ही सशक्त भारत की आधारशिला है। 
जनपद श्रावस्ती पुलिस* का यह अभियान न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक बना रहा है, बल्कि उन्हें *स्वावलंबी, सम्मानित और आत्मविश्वासी* बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है।
इस प्रयास से श्रावस्ती *“सशक्त नारी – सुरक्षित समाज”* की दिशा में अग्रसर है




















