उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए असमोली थाना क्षेत्र के राय बुजुर्ग गांव में बड़े पैमाने पर बुलडोजर कार्रवाई की। यह कार्रवाई उस जमीन पर की गई है जो तालाब और खाद गड्ढों के लिए आरक्षित थी, लेकिन उस पर मैरिज हॉल और मदरसे जैसी संरचनाएं अवैध रूप से खड़ी कर दी गई थीं।
तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण
संभल के एसपी केके बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि राय बुजुर्ग गांव में जिस स्थान पर कार्रवाई की गई, वह भूमि सरकारी रिकॉर्ड में तालाब और खाद के गड्ढों के लिए चिन्हित है। इस भूमि पर कई एकड़ में फैलाकर अवैध निर्माण कर लिया गया था और इसे मदरसे और बारातघर की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था।
प्रशासन ने अवैध निर्माण हटाने के लिए संबंधित पक्ष को 30 दिन का समय दिया था, लेकिन तय समयसीमा के बाद भी जब निर्माण नहीं हटाया गया, तो प्रशासन ने खुद इसे ध्वस्त करने का निर्णय लिया।
जिला प्रशासन ने बताया पूरी कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत
संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि यह कदम विधिक प्रक्रिया के अंतर्गत उठाया गया है। उन्होंने बताया कि तहसील स्तर पर आदेश 30 दिन पहले ही जारी कर दिया गया था। संबंधित पक्ष की ओर से कोई अपील या आपत्ति दाखिल नहीं की गई, जिससे साफ हो गया कि प्रशासन को आगे की कार्रवाई करनी होगी।
डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि अदालत में सभी पक्षों को सुनने के बाद ही आदेश लागू किया गया है। जिला प्रशासन ने चेताया कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी कार्रवाई पूरे जिले में लगातार जारी रहेगी।
ड्रोन से निगरानी, क्षेत्र में पुलिस बल तैनात
संभावित विरोध और तनाव को देखते हुए राय बुजुर्ग गांव और आस-पास के क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मौके पर डीएम और एसपी स्वयं मौजूद रहे और पूरे इलाके की ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई। स्थानीय निवासियों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई ताकि किसी तरह का टकराव या अप्रिय स्थिति पैदा न हो।
अवैध कब्जों पर होगी कड़ी कार्रवाई
संभल प्रशासन ने साफ संकेत दिया है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई दबाव या विरोध की परवाह किए बिना की जा रही है और जिले में इस तरह के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।