मुंबई और आसपास के जिलों में एक बार फिर भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार रात से रविवार (28 सितंबर) तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सुबह से ही मुंबई के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है। हालात यह हैं कि बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर सुबह का नजारा शाम जैसी धुंध और अंधकार से ढका नजर आया।
तेज बारिश और घने बादलों के चलते विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है। गाड़ियों को दिन में ही हेडलाइट और पार्किंग लाइट जलाकर चलाना पड़ रहा है। हालांकि रविवार होने की वजह से स्कूल और दफ्तर बंद हैं, जिससे आम लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। बावजूद इसके, बीएमसी और पुलिस ने एहतियातन सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए हैं।
तटीय इलाकों में खतरे की घंटी, मछुआरों को अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दोपहर करीब 2:45 बजे समुद्र में लगभग 11 फीट ऊँची लहरें उठ सकती हैं। फिलहाल 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल रही हैं, जिससे मुंबई और ठाणे के तटीय क्षेत्रों में खतरा और बढ़ सकता है। प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी है।
अकोला और नासिक में जलभराव, किसानों को भारी नुकसान
राज्य के अन्य जिलों में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। अकोला जिले में कई जगह पानी भर गया है। वहीं नासिक के येओला तालुका में पूरी रात बारिश होने से डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर शॉपिंग सेंटर और खेतों में पानी भर गया। उंदिरवाड़ी में बादल फटने जैसे हालात बने और बल्हेगांव में एक पोल्ट्री फार्म की दीवार ढहने से करीब 800 मुर्गियों की मौत हो गई। इससे किसानों और कारोबारियों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
संभाजीनगर में नदियाँ उफान पर, गाँवों में पानी घुसा
संभाजीनगर जिले के खुल्ताबाद तालुका में पूरी रात मूसलाधार बारिश हुई। टाकली राजेराई इलाके में गिरजा और सुरजा नदियाँ उफान पर हैं। नहरों में छह फीट तक पानी भर गया है, जिससे कई गाँवों में लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए। दुकानों और कृषि कारोबार को लाखों रुपये का नुकसान पहुँचा है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।