बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल): बंगाल में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा के बाद से बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) की मौत और मानसिक दबाव की खबरें लगातार आ रही हैं. इस बीच, BLO पर काम के दबाव का एक और भयावह मामला सामने आया है. बांकुड़ा जिले के रानीबांध विधानसभा क्षेत्र के राजकाटा इलाके में एक प्राथमिक स्कूल के क्लासरूम से एक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) का फंदे से लटका हुआ शव बरामद किया गया.
मृतक के परिजनों का दावा है कि स्कूल के हेडमास्टर हरधन मंडल ने BLO ड्यूटी के असहनीय दबाव के कारण यह चरम कदम उठाया. तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इस मौत के लिए भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराया है. इस बीच, मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. बांकुड़ा के पुलिस अधीक्षक सौम्यदीप भट्टाचार्य ने कहा, "पूरे मामले की जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
घटनास्थल से नोट मिला
पुलिस को घटनास्थल से एक नोट मिला है. उसमें लिखा था, "मैं अब और दबाव नहीं झेल सकता, अलविदा." अंत में लिखा था, "सब कुछ सही करने के बाद भी, मुझसे एक गलती हो गई. मुझे माफ कर देना." खबर मिलते ही रानीबांध थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. बाद में शव को बांकुड़ा सम्मिलानी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया.
मौत का पता कैसे चला
बांकुड़ा के राजकाटा मझेरपारा प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर हरधन मंडल रानीबांध विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 206 के BLO प्रभारी थे. उनके बूथ के कुछ मतदाताओं को सुनवाई के लिए बुलाया गया था. हरधन उस दिन सुबह करीब 10 बजे इन मतदाताओं के लिए दस्तावेज़ इकट्ठा करने के बहाने घर से निकले थे. उसके बाद उनका कोई पता नहीं चल पाया. बाद में, उनके परिवार के सदस्य उन्हें ढूंढ़ते हुए स्कूल गए और क्लासरूम में उनका फंदे से लटका हुआ शव पाया.
परिजनों का दावा है कि हरधन BLO के काम के दबाव के कारण मानसिक अवसाद से पीड़ित थे. वह देर रात तक काम करते थे, और यह घटना उसी का परिणाम है.
अभिषेक बनर्जी का पोस्ट
तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने इस मौत पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, "मृत्यु दर लगातार बढ़ रही है. चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त एक और BLO की मौत हो गई है. उसने तेज़ी से और राजनीतिक रूप से प्रेरित मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया के अमानवीय काम के दबाव के कारण अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली."
अभिषेक बनर्जी ने आगे लिखा- "श्री हरधन मंडल 249 रानीबांध विधानसभा क्षेत्र के पार्ट नंबर 206 पर कार्यरत थे. उन्होंने अपने नोट में लिखा है कि उन्हें यह फैसला दबाव के कारण लेना पड़ा. भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए यह मतदाता सूची संशोधन का काम करवा रही है. और इस काम के डर, दबाव और चिंता के कारण, 50 से अधिक लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है."

































