गुरु की उलटी चाल ने बदली किस्मत की दिशा, चार प्रमुख राशियों के जीवन में शुरू हुआ बंपर लाभ और बड़े सकारात्मक बदलाव का दौर

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देवगुरु बृहस्पति की चाल एक बार फिर बदल चुकी है और 5 दिसंबर की शाम 5 बजकर 25 मिनट से यह शक्तिशाली ग्रह मिथुन राशि में वक्री हो गया है। ग्रहों की इस बदलती गति का असर जीवन के कई क्षेत्रों में महसूस होने लगा है। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति के इस परिवर्तन को अत्यंत प्रभावी माना जाता है, क्योंकि यह ग्रह बुद्धि, ज्ञान, आर्थिक स्थिरता, मान-सम्मान और भाग्य का स्वामी है। जब यह ग्रह उलटी गति से चलता है, तो 12 राशियों के जीवन में स्थितियां तेजी से बदलने लगती हैं। इस बार गुरु 11 मार्च 2026 तक वक्री रहेंगे और इस अवधि में चार राशियां सबसे अधिक लाभ उठाने वाली मानी जा रही हैं। इन जातकों के लिए आने वाले तीन महीनों का समय करियर, धन, पारिवारिक जीवन और प्रतिष्ठा के लिहाज से बेहद शुभ साबित होने के योग बना रहा है। कई लोगों के रुके हुए काम तेजी से पूरे होंगे, तरक्की की राह खुलेगी और आर्थिक मोर्चे पर सुखद बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

इस वक्री अवस्था में बृहस्पति का प्रभाव खासतौर पर उनके लिए शुभ है, जिनकी कुंडली में गुरु अनुकूल स्थिति में है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस अवधि में जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, लेकिन इनके साथ सौभाग्य और अवसर भी मिलेंगे। जातकों के निर्णयों में परिपक्वता बढ़ेगी, और ग्रहों की यह चाल उन्हें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी। चार राशियों — वृषभ, मिथुन, सिंह और कुंभ — के लिए यह समय बेहद खास है, क्योंकि इनके जीवन में लंबे समय से अटके अवसर अब साकार रूप में मिलने वाले हैं।

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वृषभ राशि पर गुरु की कृपा से धनलाभ का योग

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना आर्थिक मजबूती लेकर आएगा। अप्रत्याशित स्रोतों से धन मिलने की संभावना है। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय वेतन वृद्धि या बोनस की उम्मीद जगाता है, जबकि कारोबारियों को महत्वपूर्ण सौदों से बड़ा लाभ होने के संकेत हैं। इस अवधि में सेवा कार्यों और दान-दक्षिणा के प्रति आपका झुकाव बढ़ेगा, जिससे मानसिक शांति और सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। जो लोग मिट्टी, निर्माण, कृषि या कारीगरी से जुड़े कार्य करते हैं, उनके लिए यह समय अत्यधिक लाभकारी साबित होगा। ज्योतिषीय उपाय के तौर पर सवा किलो चने की दाल पीले कपड़े में बांधकर मंदिर में अर्पित करने से गुरु के शुभ फल और तेज हो सकते हैं।

मिथुन राशि वालों की आर्थिक स्थिति मजबूत

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मिथुन राशि में गुरु के वक्री होने के कारण स्वयं इस राशि के जातकों को सीधा लाभ मिलने वाला है। यह समय पुराने विवादों में राहत, आर्थिक मजबूती, प्रतिष्ठा में वृद्धि और कार्यक्षेत्र में तरक्की से भरा रहेगा। आपका व्यवहार और विनम्रता आपकी बड़ी ताकत साबित होगी, जिसकी बदौलत नए अवसर और सहयोगी मिलेंगे। पितृ तुल्य व्यक्तियों की सलाह या मार्गदर्शन से आप कठिन परिस्थितियों से भी आसानी से निकल पाएंगे। न्यायिक मामलों में भी राहत के संकेत हैं। गुरु के सकारात्मक प्रभाव को और मजबूत करने के लिए महिलाओं का सम्मान करने और उनकी सहायता करने की सलाह दी जाती है।

सिंह राशि वालों के लिए पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी

सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय उत्साह, उन्नति और सुखद उपलब्धियों से भरने वाला है। 11 मार्च तक जातकों की आमदनी बढ़ने के संकेत स्पष्ट हैं। लंबे समय से प्रतीक्षित प्रमोशन, उच्च पद की प्राप्ति अथवा किसी बड़े अवसर का लाभ आपको मिल सकता है। आपकी इच्छाओं की पूर्ति के साथ-साथ पारिवारिक स्तर पर भी शुभ घटनाएं संभव हैं। पिता या पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने के प्रबल संकेत दिखाई देते हैं। परिवार में किसी जरूरतमंद की मदद करने से गुरु की अनुकूलता और अधिक बढ़ने की मान्यता है।

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कुंभ राशि वालों को मिलेगा मान-सम्मान और संतान सुख

कुंभ राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला है। आपके कार्य और व्यक्तित्व की विशेष सराहना होगी, और समाज में आपका प्रभाव बढ़ेगा। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलने की प्रबल संभावना है—किसी प्रतियोगिता, परीक्षा या करियर से जुड़ी सफलता आपके घर में खुशी का माहौल बना सकती है। जिन लोगों को लंबे समय से संतान सुख की प्रतीक्षा थी, उनके लिए भी ग्रहों की यह स्थिति सुखद संकेत दे रही है। इस अवधि में धार्मिक कार्यों में सहयोग करने और नियमित रूप से श्री गणेश की पूजा करने से शुभ फलों में वृद्धि होगी।

 

बृहस्पति की यह वक्री चाल सिर्फ इन चार राशियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी राशियां किसी न किसी रूप में इसके असर का अनुभव करेंगी। हालांकि, जिनके लिए यह अवधि शुभ है, उन्हें अवसरों को पहचानकर आगे बढ़ना चाहिए और अपने कर्मों में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखनी चाहिए। ग्रहों की यह चाल संकेत दे रही है कि आने वाले दिन न सिर्फ आशा से भरपूर होंगे, बल्कि उनमें संभावनाओं का नया आकाश भी खुलने वाला है।

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