दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में एक अहम निर्णय दिया है, जिसमें फ्रेंच लग्ज़री ब्रांड Hermès के नाम, उसके Birkin बैग की तीन-आयामी (3D) आकृति, और उसके स्टाइलाइज्ड लोगो को भारत में ‘Well-Known Trademarks’ यानी प्रसिद्ध ट्रेडमार्क का दर्जा दिया गया है.
यह आदेश उस समय आया जब Hermès ने Macky Lifestyle Pvt. Ltd. के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन का मुकदमा दायर किया. Hermès का आरोप था कि यह कंपनी Birkin बैग की हूबहू नकल बनाकर बेच रही है और विज्ञापन कर रही है. कंपनी ने इसे ट्रेडमार्क का उल्लंघन बताया क्योंकि Birkin बैग की विशेष डिज़ाइन, आकृति और ब्रांडिंग दुनिया भर में लक्ज़री और विशिष्टता का प्रतीक मानी जाती है.
Macky Lifestyle की तरफ़ से कोर्ट में यह तर्क दिया गया कि उन्होंने अपना बिज़नेस पहले ही बंद कर दिया है और Birkin जैसे दिखने वाले बैग बेचकर कोई कमाई नहीं की. उनका कहना था कि वे सिर्फ इंटरनेट से ली गई तस्वीरों का इस्तेमाल कर डिज़ाइन की नकल कर रहे थे.
अब ‘Well-Known Trademark’ का दर्जा मिलने का असर क्या होगा?
सरल भाषा में समझें तो इसका मतलब है:
भारत में कोई भी कंपनी या व्यक्ति अब Birkin जैसी शेप या डिज़ाइन की नकल कर के उसे बेच नहीं सकेगा.
यदि कोई ब्रांड या दुकान Birkin जैसी दिखने वाली कॉपी बनाएगा, विज्ञापन करेगा या बेचेगा तो Hermès तुरंत कानूनी कार्रवाई कर सकता है.
यह सुरक्षा सिर्फ नाम तक सीमित नहीं—डिज़ाइन, 3D शेप, हैंडल की बनावट, सिलाई की स्टाइल—सब Hermès की संपत्ति मानी जाएगी.
सड़क बाज़ार में मिलने वाली “थर्ड कॉपी” Birkin बैग पर भी अब कार्रवाई हो सकती है.
Well-known trademark के दायरे में आने के बाद यह अधिकार पूरे भारत में लागू होगा, चाहे नकली सामान बेचने वाला छोटा स्ट्रीट वेंडर ही क्यों न हो.
इस फैसले का बड़ा महत्व क्या है?
भारत में पहली बार किसी ब्रांड के 3D बैग डिज़ाइन को इतना उच्च स्तर का कानूनी संरक्षण मिला है.
यह फैशन और लग्ज़री ब्रांड्स के लिए एक मजबूत संदेश है कि डिज़ाइन की नकल अब आसान नहीं.
इससे भारतीय मार्केट में नकली लग्ज़री उत्पादों की बिक्री पर रोक लगेगी.
ग्लोबल कंपनियों का भारत पर भरोसा बढ़ेगा क्योंकि उनकी बौद्धिक संपदा अब बेहतर तरीके से सुरक्षित है.
































