अनिल मिश्र/पटना
बिहार प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर आज शाम पांच बजे प्रचार खत्म हो गया.अब पांच बजे के बाद कल देर रात तक सभी दलों के प्रत्याशी डोर टू डोर मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने के लिए संपर्क साधने के लिए जोर आजमाइश करने में लग गए हैं.इस बीच आज प्रचार के अंतिम दिन सियासत पूरी गरमी पर रही. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा ( रामविलास) के प्रमुख और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान वहीं इंडिया महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव, विकासशील इंसाफ पार्टी के मुकेश सहनी समेत तमाम बड़े नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां कर जनता का रुख अपने पक्ष में मोड़ने की भरपूर कोशिश किया.
नरेन्द्र मोदी की सभाओं में भीड़ उमड़ी तो नीतीश ने अपने विकास कार्य गिनाए. जबकि तेजस्वी यादव ने रोजगार को मुद्दा बनाया और युवाओं से जुड़ने की कोशिश की, वहीं चिराग ने एनडीए के अंदर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया. प्रचार में आरोप-प्रत्यारोप और वादों की बारिश ने चुनावी माहौल को गरमा दिया. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए जारी सियासी दलों के चुनावी प्रचार अभियान पर पांच बजते ही विराम लग गया. अब मतदान दो दिन बाद यानी 11 नवंबर को होगा. आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन रहा. दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. इसके लिए 45339 मतदान केंद्र बनाएं गए हैं.
इनमें से 4109 बूथों को संवेदनशील बनाया गया है. इसमें 4003 अतिसंविदनशील बूथ घोषित हैं. यहां पर चार बजे तक मतदान होगा.कटोरिया, बेलहर, चैनपुर, चेनारी, गोह, नवीनगर, कुटुंबा, औरंगाबाद, रफीगंज, गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी के (छत्तिस बूथ), बोधगया (दो सौ बूथ), रजौली, गोविंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझा, चकाई विधानसभा में बनाए गए बूथों पर शाम चार बजे मतदान होगा. वहीं बोधगया में एक सौ छह बूथों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा. इन बूथों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है.बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर रविवार शाम पांच बजे थम गया. अब पूरी बागडोर जनता के हाथों में है, जो सोमवार 11 नवंबर को मतदान करके यह तय करेगी कि सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा.
बिहार चुनाव के दूसरे इस चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. इनमें 101 सामान्य, 19 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें शामिल हैं. कुल 3 करोड़ 70 लाख 13 हजार 556 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस चरण में प्रत्येक बूथ पर औसतन 815 मतदाता दर्ज हैं, जो शांतिपूर्ण मतदान की उम्मीद को संतुलित रखते हैं.बिहार प्रदेश में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान से पहले भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है. भारत-नेपाल बॉर्डर को 11 नवंबर की रात तक सील कर दी गई है. इस दौरान सीमा पर लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है.









