16 दिसंबर 2025, मंगलवार को सुबह 4 बजकर 19 मिनट (या 4:26 बजे) पर सूर्य देव वृश्चिक राशि से निकलकर देवगुरु बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे। सूर्य 14 जनवरी 2026 को दोपहर 3 बजकर 6 मिनट तक इसी राशि में गोचर करते रहेंगे, जिसके बाद वह मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे।सूर्य का यह गोचर कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ और लाभदायक रहेगा, विशेष रूप से सिंह और कुंभ राशि वालों के लिए, जिनकी किस्मत चमक सकती है, वहीं मेष और मिथुन जैसी राशियों को कुछ कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है।आइए, आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार जानते हैं कि सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा और कौन-से सरल उपाय आपके लिए शुभ फल को बढ़ाएंगे।
1. मेष राशि
-
प्रभाव: सूर्य पंचम भाव का स्वामी होकर नवम भाव में प्रभाव देगा। यह समय उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा, दर्शन और ज्ञान से संबंधित गतिविधियों को बढ़ाएगा। नौकरी में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संवाद और उम्मीदें बढ़ेंगी। व्यापार में नए संबंध बनेंगे, लेकिन किसी पर आँख मूँदकर भरोसा करने से बचें। व्यक्तिगत संबंधों में आत्म सम्मान टकरा सकता है।
-
स्वास्थ्य: पेट और सिर से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
-
उपाय: सूर्य को प्रतिदिन अर्घ्य दें तथा अपने पिता का सम्मान करते हुए उनके प्रतिदिन चरणस्पर्श करें।
2. वृषभ राशि
-
प्रभाव: सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में गोचर करेंगे, जिससे अचानक घटनाएँ सक्रिय हो सकती हैं। आपको धन, निवेश, संपत्ति और परिवार से जुड़े निर्णय सोच-समझकर लेने होंगे। नौकरी में अप्रत्याशित परिवर्तन संभव है और व्यापार में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
-
स्वास्थ्य: यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण है, विशेषकर हार्मोनल और पाचन तंत्र पर विशेष ध्यान देना होगा।
-
उपाय: नींबू और तिल का दान करें और सूर्य मंत्र का जप करें।
3. मिथुन राशि
-
प्रभाव: सूर्य तृतीय भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। यह समय वैवाहिक जीवन में आपकी ईमानदारी और कर्तव्यों की परीक्षा लेगा। अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखें, क्रोध और अभिमान से बचना आवश्यक है। व्यापारिक साझेदार से बहस संभव है, लेकिन धैर्य रखने पर परिणाम लाभकारी होंगे। नौकरी में पद और मान-सम्मान बढ़ सकता है।
-
स्वास्थ्य: सामान्य रहेगा।
-
उपाय: प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करें और तुलसी पर दीपदान करने से शुभता बढ़ेगी।
4. कर्क राशि
-
प्रभाव: सूर्य द्वितीय भाव का स्वामी होकर षष्ठ भाव में गोचर करते हैं और शत्रुओं, प्रतियोगिता तथा स्वास्थ्य में सक्रियता लाते हैं। आपको अथक परिश्रम करना होगा, जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेगा। नौकरी में आपका पराक्रम बढ़ेगा और आप विरोधियों पर विजय पाएँगे। धन का लाभ होगा परंतु व्यय भी बढ़ेंगे। संतान को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।
-
उपाय: प्रतिदिन सूर्य देवता को लाल पुष्प के साथ जल देने से जीवन में शुभता बढ़ेगी।
5. सिंह राशि
-
प्रभाव: यह समय अत्यंत शुभ फलदायी है क्योंकि सूर्य स्वयं के पंचम भाव में आकर बुद्धि, रचनात्मकता, संतान, भाग्य और नेतृत्व क्षमता को अत्यधिक बढ़ाएँगे। नौकरी में सम्मान बढ़ेगा, कारोबार का विस्तार होगा। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और संतान के लिए यह समय स्वर्णिम कहा जाएगा।
-
स्वास्थ्य: उत्कृष्ट रहेगा।
-
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
6. कन्या राशि
-
प्रभाव: सूर्य द्वादश भाव में होने से मानसिक तनाव और पारिवारिक टकराव बढ़ सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है। माता की सेहत को लेकर चिंता बढ़ सकती है। घर-परिवार में किसी बात को लेकर मतभेद हो सकता है। स्थान परिवर्तन का योग बन सकता है। नौकरी में विदेश से संबंधित कार्य प्रबल रहेंगे।
-
उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और रविवार का व्रत रखें।
7. तुला राशि
-
प्रभाव: सूर्य एकादशेश होकर तृतीय भाव में स्थित होंगे, जो पराक्रम, साहस और राजसिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। यह समय यात्रा, भाई-बहनों की सहायता, आय में वृद्धि और सामाजिक प्रतिष्ठा के विस्तार का काल है। नौकरी में आपकी बात सुनी जाएगी और कार्यक्षेत्र में प्रभाव बढ़ेगा। व्यापार में नए अवसर आएँगे।
-
स्वास्थ्य: अच्छा रहेगा।
-
उपाय: गुड़-चना का दान करने से सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
8. वृश्चिक राशि
-
प्रभाव: सूर्य दशम भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव में आने से धन, वाणी और व्यवसाय पर विशेष प्रभाव डालेंगे। व्यापार में लाभ मिलेगा परंतु परिवार में कुछ तनाव रह सकता है। आपकी नौकरी में परिवर्तन के संकेत हैं, जो आपके लिए लाभकारी साबित होगा। धन हानि से बचने के लिए खर्चों पर नियंत्रण रखें।
-
स्वास्थ्य: सामान्य।
-
उपाय: तिल का दान और सूर्य मंत्र का जप शुभ फल प्रदान करेगा।
9. धनु राशि
-
प्रभाव: सूर्य प्रथम भाव में आकर आपके आत्मविश्वास, ऊर्जा और नेतृत्व में वृद्धि करेंगे। लेकिन ध्यान रहे कि यह वृद्धि कभी-कभी उत्तेजना, चिड़चिड़ापन और अनियमितता को भी बढ़ा सकती है। नौकरी में सम्मान मिलेगा परंतु दबाव भी बढ़ेगा। व्यापार में नए विचार आएँगे।
-
स्वास्थ्य: रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) और सिरदर्द संभव है।
-
उपाय: पीली वस्तुओं का दान तथा ध्यान (मेडिटेशन) अत्यंत लाभकारी है।
10. मकर राशि
-
प्रभाव: सूर्य अष्टमेश होकर द्वादश भाव में विचरण करेंगे। यह समय खर्चों, विदेश कार्यों, आध्यात्मिकता और मनोवैज्ञानिक परिवर्तन का है। नौकरीपेशा लोगों के प्रभावशाली लोगों के साथ संपर्क बढ़ेंगे।
-
स्वास्थ्य: शारीरिक थकान बनी रहेगी और नेत्र से संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
-
उपाय: प्रतिदिन पूजा में गायत्री मंत्र का जप करें तथा पीले अन्न का दान करने से शुभता बढ़ेगी।
11. कुम्भ राशि
-
प्रभाव: सूर्य सप्तम भाव के स्वामी होकर एकादश भाव में आकर सुख-सौभाग्य को बढ़ाने का काम करेंगे। आपकी आय तो बढ़ेगी ही, आपके जीवन से जुड़े बड़े लक्ष्य भी पूरे होंगे। नए मित्र मिलेंगे और सामाजिक क्षेत्र में नाम बढ़ेगा। विवाह योग्य जातकों के लिए यह समय अत्यधिक शुभ कहा जाएगा।
-
स्वास्थ्य: अच्छा रहेगा।
-
उपाय: नारियल को बहते जल में प्रवाहित करने से जीवन की शुभता बढ़ेगी।
12. मीन राशि
-
प्रभाव: सूर्य षष्ठ भाव के स्वामी होकर दशम भाव में प्रवेश करते हैं तो उनके करियर में अनुकूलता बढ़ती है। यह समय पद-प्रतिष्ठा, प्रमोशन, नेतृत्व और लोकप्रियता का रहने वाला है। व्यापार में विस्तार, नौकरी में तरक्की और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
-
स्वास्थ्य: सामान्य बनी रहेगी।
-
उपाय: प्रतिदिन भगवान सूर्य को घी-मिश्रित जल अर्पित करें।

































