चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद तेजस्वी की रोशनी सहित चार बहनों ने पटना छोड़ा, दिल्ली रवाना

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अनिल मिश्र/पटना 

बिहार प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम राष्ट्रीय जनता दल के पक्ष में नहीं आने और लालू प्रसाद यादव के बाद राष्ट्रीय जनता दल के उत्तराधिकारी के रुप में तेजस्वी यादव के नेतृत्व पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने में भारी असफलता मिलने और इसके साथ ही पार्टी के साथ -साथ परिवारिक मामलों में भी संजय यादव और रमीज के दखलअंदाजी बढ़ने के कारण लालू प्रसाद यादव के परिवार में मन मुटाव बढ़ने लगा है. सबसे पहले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर निकला गया. उसके बाद तेज प्रताप ने तेजस्वी के सलाहकार को लेकर गाहे-बगाहे जयचंद से दूर रहने को हिदायत देते रहे.

हालांकि तेज प्रताप ने अपनी पार्टी बनाकर अकेले चुनाव लड़े. लेकिन खुद भी अपनी सीट नहीं जीत पा सके यह एक अलग बात है. लेकिन विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लालू यादव परिवार में रोहिणी आचार्य के फैसले के बाद उत्पन्न तनाव और विवाद अब और बढ़ गया है. रोहिणी आचार्य ने पार्टी छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने का ऐलान किया था. इसके बाद लालू परिवार की तीन और बेटियां भी दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं.

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परिवार के भीतर जारी यह तनाव राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों स्तरों पर हलचल पैदा कर रहा है. लालू यादव परिवार में चल रहे गृह कलह और रोहिणी आचार्य के द्वारा दिए गए बयान के बाद आज लालू प्रसाद यादव की तीन और बेटियां राजलक्ष्मी, रागिनी और चंदा भी दिल्ली के लिए पटना एयरपोर्ट से रवाना हो गई हैं. कल शनिवार को रोहिणी आचार्य के सार्वजनिक तौर पर आक्रामक तेवर दिखाने और परिवार से नाता तोड़ने के फैसले के एक दिन बाद रविवार को लालू प्रसाद यादव परिवार के अंदर संकट अब और गहरा गया.

आज रविवार को पटना एयरपोर्ट पर तीनों बेटियां अपने परिवार के साथ नजर आईं.बताया जा रहा है कि लालू की बेटियां राजलक्ष्मी, रागिनी और चंदा तड़के लालू और राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड से चुपचाप निकल गईं.बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों में जो कुछ हुआ है, उससे वो काफी दुखी हैं.तेजस्वी यादव जिनके नेतृत्व और सलाहकारों की पसंद पर हार के बाद से सवाल उठ रहे हैं, नतीजों के बाद से अब तक सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए हैं.

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पिछले एक हफ्ते से राष्‍ट्रीय जनता दल  के अंदर एक राजनीतिक और व्यक्तिगत उथल-पुथल जारी है. राष्ट्रीय जनता दल  पहले ही बिहार विधानसभा चुनावों में अपमानजनक प्रदर्शन से जूझ रही है. बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता की सीटें 75 से गिरकर लगभग 25 पर आ गई हैं. परिवार में आंतरिक कलह तब शुरू हुई जब लालू प्रसाद की सिंगापुर में रहने वाली बेटी और पेशे से डॉक्टर रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया. उनकी यह घोषणा राजद की चुनावी हार के कुछ ही घंटों बाद आई.वहीं रोहिणी आचार्य ने  आज रविवार को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया.

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उन्होंने कहा, ‘कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक माँ को जलील किया गया , गंदी गालियाँ दी गयीं , मारने के लिए चप्पल उठाया गया , मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया , सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पडी ..’रोहिणी आचार्य ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए माँ – बाप बहनों को छोड़ आयी , मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया.. मुझे अनाथ बना दिया गया ….आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें , किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी – बहन पैदा ना हो.’

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