दिसंबर 17, 2025 की सुबह 04 बजकर 06 मिनट पर जब ग्रहों के राजा सूर्य देव अपनी राशि बदलकर देवगुरु बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में प्रवेश करेंगे, तब सिर्फ कैलेंडर की तारीखें नहीं बदलेंगी, बल्कि यह गोचर हमारे व्यक्तिगत जीवन की दिशा, वैश्विक राजनीति की चाल और शेयर बाजार के रुझान में भी एक शक्तिशाली आध्यात्मिक और बौद्धिक ऊर्जा का संचार करेगा. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को हमारी आत्मा, पहचान, अहंकार और शक्ति का कारक माना जाता है. यह वह केंद्रीय प्रकाश है जो हमारे आत्मविश्वास और जीवन के उद्देश्य को ऊर्जा प्रदान करता है. धनु राशि में सूर्य का आना स्वतंत्रता, सत्य की खोज, उच्च ज्ञान और दार्शनिक सोच को बढ़ावा देता है, जिससे आने वाले महीने में हर कोई अपनी सीमाओं से आगे बढ़कर बड़े अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित होगा.
सूर्य ग्रह इच्छाशक्ति, खुद के विचारों को व्यक्त करने और नेतृत्व करने के गुण के कारक हैं. सूर्य दर्शाता है कि हम क्या बनने का प्रयास करते हैं और हम दुनिया में किस तरह पहचाने जाएंगे. राशि और भाव में सूर्य की स्थिति बताती है कि हमारे अंदर की रोशनी कहां सबसे ज्यादा चमकती है और हम स्वाभाविक रूप से अधिकार , रचनात्मकता, आत्मविश्वास और जीवन की ऊर्जा को कैसे व्यक्त करते हैं. सूर्य दर्शाता है कि जीवन के किन क्षेत्रों में हम सबसे ज्यादा जीवंत, प्रेरित और स्वयं के प्रति सच्चा महसूस करते हैं.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: समय
सूर्य का धनु राशि में गोचर 17 दिसंबर, 2025 को सुबह 04 बजकर 06 मिनट पर होगा. सूर्य का धनु राशि में होना एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार है.
तो चलिए अब बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इसका स्टॉक मार्केट, राशियों और देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
सूर्य का धनु राशि में होना: विशेषताएं
जब सूर्य धनु राशि में गोचर करते हैं, तब व्यक्ति के आशावादी बनने में एक ऊर्जात्मक बदलाव आता है, व्यक्ति खुद की खोज करता है और सत्य की तलाश में रहता है. धनु राशि के स्वामी गुरु हैं जो कि सूर्य के प्रकाश को उत्साह, रोमांच और उच्च ज्ञान की इच्छा से भर देता है. इस गोचर के दौरान लोग अपनी सीमाओं को बढ़ाने के लिए प्रेरित महसूस करते हैं चाहे वह यात्रा के माध्यम से हो, सीखने या फिर आध्यात्मिक विकास के ज़रिए हो.
हालांकि, कभी-कभी सूर्य की अग्निशील और व्यापक ऊर्जा अति-आत्मविश्वास, बेचैनी या बहुत ज्यादा स्पष्ट बोलने की प्रवृत्ति दे सकती है. कुल मिलाकर, सूर्य धनु राशि में होने पर प्रेरणा, साहस और खोज के दौर को शुरू करते हैं जिससे हमें जीवन की दिशा पर विश्वास और उद्देश्य से जुड़ने में मदद मिलती है.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के लोगों की सुरक्षा और सुविधा में रुकावट आ सकती है. सूर्य चौथे भाव के स्वामी होकर आपके आठवें भाव में गोचर कर रहे हैं. ऐसे में आपको असहज महसूस हो सकता है और आपकी संतुष्टि में भी कमी आने की आशंका है.
इस महीने आपको काम के सिलसिले में अनावश्यक या अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है जिससे ज्यादा अच्छे परिणाम मिलने की संभावना कम है. कंपनी में मुनाफा कम हो सकता है जिसका कारण लापरवाही और बिज़नेस पार्टनर के सहयोग की कमी हो सकती है. धन कमाने और पैसों की बचत करने के साथ-साथ संपत्ति बनाने में दिक्कतें आ सकती हैं और आपको नुकसान होने का डर है.
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए सूर्य उनके बारहवें भाव के स्वामी होकर चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं. सूर्य के धनु राशि में होने पर आपकी सुख-सुविधाओं और संतुष्टि में कमी आने का डर है.
करियर के मामले में इस समय आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है. यात्रा के दौरान धन खर्च हो सकता है इसलिए सावधान रहें. जीवनसाथी के साथ रिश्ते में समस्याएं आने का डर है और इसका असर आपकी भावनात्मक संतुष्टि पर पड़ेगा.
मकर राशि
सूर्य आठवें भाव के स्वामी होकर मकर राशि के बारहवें भाव में स्थित हैं. आपको अचानक धन लाभ होने के आसार हैं.
करियर को लेकर अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और आपमें से कुछ लोग अधिक संतुष्टि पाने के लिए नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं.. इस समय धन को ठीक तरह से न संभालने की वजह से धन का नुकसान हो सकता है.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के पांचवे भाव के स्वामी के रूप में सूर्य इसके नवम भाव में गोचर करेंगे. सूर्य के इस गोचर से आपके लिए सफलता पाने के अवसर बढ़ेंगे और आपकी आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है.
करियर की बात करें, तो इस गोचर के दौरान आपको लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है जो कि आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी. आपकी आमदनी बढ़ेगी और आपको पैसों की बचत एवं संचय करने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे इसलिए वित्तीय रूप से यह समय अनुकूल लग रहा है. आपके और आपके पार्टनर के बीच अधिक सामंजस्य और आनंद देखने को मिलेगा जिससे आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के तीसरे भाव के स्वामी होकर सूर्य देव आपके सातवें भाव में प्रवेश करेंगे. सूर्य का धनु राशि में गोचर करने पर आप अपने प्रयासों से महत्वपूर्ण प्रगति प्राप्त कर सकते हैं खासतौर पर मजबूत नैतिक मूल्यों को स्थापित करने और रिश्तों को मजबूत करने में सफलता मिलेगी.
आपके लगातार प्रयास करने और रणनीति बनाकर चलने से आपको अधिक धन लाभ हो सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. निजी जीवन की बात करें, तो अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए यह शानदार समय है.
सिंह राशि
सिंह राशि के पहले भाव के स्वामी सूर्य देव हैं और अब सूर्य का धनु राशि में गोचर करने पर वह आपके पांचवे भाव में स्थित रहेंगे. सूर्य के इस गोचर से आपके लिए वित्तीय समृद्धि के दरवाज़े खुल सकते हैं. आप लंबी यात्रा पर जा सकते हैं और ये यात्राएं आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी.
वित्त की बात करें, तो धन कमाने और अच्छे धन लाभ के मामले में यह समय अनुकूल रहने वाला है. आपकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होने के संकेत हैं. निजी जीवन में आपके अपने जीवनसाथी के साथ संबंध बेहतर होंगे जिससे आपके रिश्ते में स्थिरता और संतुष्टि आएगी.
तुला राशि
तुला राशि के ग्यारहवें भाव के स्वामी सूर्य देव हैं जो कि अब आपके तीसरे घर में गोचर करने जा रहे हैं. आप लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं और आपकी अपने भाई-बहनों के साथ अच्छी बातचीत होने की संभावना है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के दूसरे भाव में सूर्य का गोचर होगा जबकि इस राशि के ग्यारहवें भाव पर सूर्य ग्रह का आधिपत्य है. सूर्य का धनु राशि में गोचर होने पर आपको यात्रा से संबंधित सफलता मिलने के संकेत हैं. इसके साथ ही आपको इस समय अपनी कड़ी मेहनत के लिए लाभ और इनाम भी मिल सकता है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के सातवें भाव के रूप में सूर्य आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे. सूर्य का धनु राशि में गोचर होने पर आपके दूसरों के साथ संबंध मजबूत होंगे और आप उनका विश्वास जीत सकते हैं.
मीन राशि
सूर्य देव मीन राशि के छठे भाव के स्वामी के रूप में इस राशि के दसवें भाव में गोचर करेंगे. सूर्य का धनु राशि में गोचर होने के दौरान आप अपने कार्यक्षेत्र में काम को अधिक समय देंगे और ज्यादा प्रयास करेंगे. आप अपने लक्ष्यों को पाने पर ज्यादा ध्यान देंगे.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: उपाय
आप रोज़ 108 बार खासतौर पर सूर्योदय के समय “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः.”
सूर्योदय से पहले उठें.
सूर्य मंत्र का जाप करते हुए तांबे के लोटे से सूर्य देव को अर्घ्य दें.
लाल, नारंगी या तांबे या सुनहरे रंग के कपड़े पहनें.
पूर्व की ओर मुख कर के घी का दीपक जलाएं.
गर्म और ताज़ा खाना खाएं. ठंडा भोजन सूर्य को कमजोर करता है.
अपने आहार में गुड़, घी और गेहूं को शामिल करें.
खाना खाने से पहले आभार व्यक्त करें. सूर्य पोषण और प्राण को दर्शाता है.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
सरकार की नीतियां और आर्थिक एवं शैक्षिक सुधार
देश अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, कूटनीति और ट्रेड बढ़ाने पर ध्यान दे सकते हैं. मंदी के दौर के बाद विकास, आशा और फिर से आत्मविश्वास बनाने के प्रयास किए जा सकते हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, रिसर्च में नई खोज और फिलॉसफिकल बहस पर अधिक जोर दिया जा सकता है. लोगों के अंदर सच और पारदिर्शता की चाहत बढ़ सकती है जिससे गलत जानकारी फैलाने को चुनौती मिलेगी.
अध्यात्म के क्षेत्र में बदलाव
सूर्य का धनु राशि में गोचर मन की सफाई या उसे शुद्ध करने के लिए शुभ माना जाता है फिर चाहे वह व्यक्तिगत स्तर पर हो या सामूहिक स्तर पर. पुरानी भावनाएं, दबा हुआ डर, छिपी हुई इच्छाएं या गुप्त उद्देश्य उजागर हो सकते हैं.
धनु राशि का संबंध धर्म, गुरुओं और सलाहकार से है और इस गोचर के दौरान हम ऐसी घटनाएं या मूड या देख सकते हैं जो आध्यात्मिकता के मामले में सुख-सुविधा के बजाय बदलाव को बढ़ावा दे सकती हैं.
यात्रा, खोज और कानूनी मसले
भारत समेत कई अन्य देशों में टूरिज्म और ग्लोबल मूवमेंट बढ़ सकता है. अंतर्राष्ट्रीय यात्रा से जुड़े नए नियम या तकनीकी प्रगति सामने आ सकती है.
चूंकि, धनु राशि न्याय से संबंध रखती है इसलिए प्रमुख कानूनी फैसलों या नैतिक बहस सामने आ सकती है. इससे समाज नैतिक और संवैधानिक मूलें को फिर से देखने पर मजबूर हो सकता है.
सूर्य का धनु राशि में गोचर: शेयर मार्केट रिपोर्ट
17 दिसंबर, 2025 को सूर्य का धनु राशि में गोचर होगा और इसका असर स्टॉक मार्केट पर भी देखने को मिलेगा. शेयर मार्केट भविष्यवाणी से जानते हैं कि सूर्य का धनु राशि में गोचर होने का स्टॉक मार्केट पर क्या असर देखने को मिलेगा.
विनियामक चिंताओं, छिपी हुई देनदारियों और सरकारी एवं कॉरपोरेट वित्तीय मामलों की बढ़ती जांच या खुलासे की वजह से बाज़ार में कई क्षेत्रों में अस्थिरता या गिरावट देखने को मिल सकती है.
खनन, प्राकृतिक संसाधन और भारी उद्योग से जुड़े क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जा सकता है. यदि आंतरिक पुनर्गठन सफल रहता है तो सकारात्मक प्रभाव मिलेंगे लेकिन अगर अप्रत्याशित घटनाएं सामने आती हैं, तो नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं.
सूर्य का धनु राशि में गोचर होने के दौरान जोखिम वाली गतिविधियों खासतौर पर सट्टे में ज्यादा फायदा नहीं मिल पाएगा. मार्केट का रुझान तेजी के बजाय सावधानी और सतर्कता की ओर बढ़ सकता है.
बाज़ार का ध्यान विकास या विस्तार से हटकर सफाई, बदलाव और एकीकरण पर अधिक रह सकता है.चूंकि, धनु राशि का संबंध संसाधनों को बांटने, कर्ज और छिपी हुई शक्तियों से होता है, इसलिए बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों पर अधिक दबाव देखने को मिल सकता है. इस प्रकार, 17 दिसंबर, 2025 का सूर्य गोचर सिर्फ एक ज्योतिषीय घटना नहीं है, बल्कि यह वह ऊर्जा है जो हमें नए ज्ञान, आशा और आत्मविश्वास से भरकर जीवन की दिशा को बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करती है, बशर्ते हम ईमानदारी, सावधानी और सकारात्मकता के साथ इस ऊर्जा का उपयोग करें.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष

































