मनरेगा का नाम बदलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की दूसरी वैचारिक हत्या के समान

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अनिल मिश्र/ पटना 

बिहार के गयाजी में आज राजनीति की गरमाहट उस समय बढ़ गई जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा के नाम परिवर्तन और बजट में कटौती के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में स्थानीय चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कांग्रेसी एकजुट हुए. हाथों में पोस्टर और बैनर लिए कार्यकर्ताओं ने 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान' और 'मनरेगा का नाम बदलना गांधी की दूसरी हत्या के समान' जैसे गगनभेदी नारों के साथ शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट आरोप था कि केंद्र सरकार ग्रामीण गरीबों और मजदूरों के जीवन यापन के सबसे बड़े आधार स्तंभ 'मनरेगा' से गांधी जी का नाम हटाकर उनके अस्तित्व और योगदान को मिटाने की साजिश रच रही है.

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विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू और पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली सहित अन्य नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखे प्रहार किए. नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा केवल एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए एक सुरक्षा कवच है. कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि मोदी सरकार अपने ग्यारह साल के कार्यकाल में नए कीर्तिमान स्थापित करने के बजाय केवल पुराने इतिहास और प्रतीकों को मिटाने में लगी हुई है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि योजना आयोग का नाम नीति आयोग करना, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण और इंदिरा आवास योजना के नाम बदलना इसी सिलसिले की कड़ी थी, और अब मनरेगा का नाम बदलकर बापू का अपमान किया जा रहा है जिसे देश का मजदूर कभी स्वीकार नहीं करेगा.

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कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने आने वाले दिनों में एक बड़े आंदोलन की आहट दे दी है. पार्टी ने घोषणा की है कि 21 दिसंबर से 28 दिसंबर 2025 तक, यानी कांग्रेस के स्थापना दिवस तक, यह विरोध अभियान पूरे एक सप्ताह तक चलेगा. इस दौरान गांव, वार्ड, पंचायत, प्रखंड और अनुमंडल से लेकर जिला मुख्यालयों तक धरना-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे. प्रदर्शन के अंत में महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा, जिसमें मनरेगा का स्वरूप बदलने और गांधी जी का नाम हटाने के फैसले को वापस लेने की मांग की जाएगी. गया जिला कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी ने यह साफ कर दिया है कि विपक्षी दल इस मुद्दे को जन-आंदोलन बनाने की पूरी तैयारी में है.

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