ढाका. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान 17 साल बाद देश लौट आए हैं. ढाका एयरपोर्ट के पास उनका स्वागत करने के लिए उनकी पार्टी बीएनपी के लाखों कार्यकर्ता जुटे. रहमान गिरफ्तारी से बचने के लिए 2008 में लंदन भाग गए थे. तब हसीना सरकार में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे थे.
बांग्लादेश में अगले साल 12 फरवरी को आम चुनाव होने हैं. शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को बैन कर दिया गया है. ऐसे में बांग्लादेशी नेशनलिस्ट पार्टी चुनाव जीतने की सबसे बड़ी दावेदार है. बीएनपी की अध्यक्ष खालिदा जिया की उम्र 80 साल हो चुकी है और बहुत बीमार चल रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रहमान अगले पीएम के दावेदार हो सकते हैं. एनसीपी सीटों के समझौते के लिए जमात-ए-इस्लामी के साथ बातचीत कर रही है.
जमात महासचिव मिया गोलाम परवार ने बीबीसी बांग्ला से इस मामले की पुष्टि की. इससे पहले डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन के संयोजक अब्दुल कादर ने आज एक पोस्ट में लिखा युवा राजनीति की कब्र खोदी जा रही है. एनसीपी आखिरकार जमात के साथ सीधा गठबंधन कर रही है. उन्होंने मु_ी भर नेताओं के हितों को साधने के लिए देश भर के लोगों और कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को कुचलकर आत्मघाती फैसला किया है. अगर सब ठीक रहा तो इस गठबंधन की घोषणा कल ही हो सकती है. और इसके साथ ही छब्च् जमात की गोद में बैठ जाएगी. अब्दुल कादर ने यह भी लिखा कि जहां एनसीपी जमात से 50 सीटें चाहती थी. वहीं बातचीत के अंतिम चरण में इसे 30 सीटों पर अंतिम रूप दिया गया. गठबंधन की शर्तों के अनुसारए शेष 270 सीटों पर कोई भी उम्मीदवार खड़ा नहीं कर पाएगी. एनसीपी इन सीटों पर जमात का समर्थन करेगी.
शेख हसीना की पार्टी बोली. तारिक की वापसी का मकसद एकतरफा चुनाव कराना-
शेख हसीना की अवामी लीग के छात्र संगठन ने तारिक की वापसी को लेकर बीएनपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि तारिक रहमान की घर वापसी से देश में राजनीतिक अस्थिरता बढेगी. इस वापसी का एक ही मकसद है एकतरफा चुनाव करवाना. बांग्लादेश स्टूडेंट्स लीग के अध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने इसे फांसीवादी राजनीतिष् करार दिया. हुसैन ने कहा तारिक की वापसी से बांग्लादेश की समस्याएं हल नहीं होंगी. इससे एकतरफा चुनाव होंगे और फासीवादी राजनीति जारी रहेगी. वह 2004 के हमले से जुड़े कई मामलों में दोषी ठहराए गए अपराधी हैं और उन्होंने न्यायिक प्रक्रियाओं को दरकिनार कर दिया है.
एनसीपी के नेता का इस्तीफा, तारिक रहमान को समर्थन दिया-
नेशनल सिटिजन्स पार्टी (एनसीपी) के संयुक्त सदस्य सचिव मीर अरशदुल हक ने पार्टी के खिलाफ विफलता का आरोप लगाते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी के संयोजक और सदस्य सचिव को वॉट्सऐप से अपने इस्तीफे की सूचना दी थी. उन्होंने बीबीसी बांग्ला को बताया देश के गठन और तख्तापलट के बाद की मौजूदा स्थिति में कोई भूमिका निभाने में विफल रही है. उन्होंने जमात-ए-इस्लामी के साथ पार्टी के गठबंधन पर असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने फेसबुक पर अपना पक्ष रखते हुए एक पोस्ट किया. उसमें उन्होंने लिखा कि तारिक रहमान का समझदारी भरा दृष्टिकोण उन्हें बेहतर लगता है. उन्होंने यह भी लिखा कि वे व्यक्तिगत रूप से तारिक रहमान को पूरा समर्थन देते हैं.
अपने पिता पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बंगले में रुकेंगे तारिक-
तारिक रहमान आज स्वागत समारोह के बाद, वे एवरकेयर अस्पताल जाएंगे, जहां उनकी मां पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी अध्यक्ष खालिदा जिया का 23 नवंबर से इलाज चल रहा है. अस्पताल से तारिक गुलशन एवेन्यू स्थित अपने आवास जाएंगे. खालिदा बगल वाले घर में रहती हैं, जिसे फिरोजा के नाम से जाना जाता है. जिस बंगले में तारिक रहेंगे वह तारिक के पिता दिवंगत राष्ट्रपति जियाउर रहमान का है. रहमान की हत्या के बाद यह घर उनकी पत्नी खालिदा जिया को दिया गया था.
तारिक ने जूते उतारकर बांग्लादेश की जमीन को छुआ-
एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही तारिक रहमान ने अपने जूते उतार दिए और नंगे पैर ही एयरपोर्ट के बाहर जमीन पर खड़े हुए. उन्होंने मु_ीभर मिट्टी उठाया और उसे हल्के से छूआ.
तारिक बोले, 6314 दिनों के बाद बांग्लादेश लौटा
तारिक ने सिलहट से फेसबुक पर अपडेट साझा किए. सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर उन्होंने अपनी पत्नी की तस्वीर पोस्ट की और लिखा आखिरकार सिलहट में बांग्लादेश की धरती पर! इससे पहले सुबह 9 बजकर 34 मिनट पर उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा था लंबे 6314 दिनों के बादए बांग्लादेश के आसमान में!
































