राष्ट्रीय गान के गलत गायन पर कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें, केरल में स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान हुई भारी किरकिरी

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तिरुवनंतपुरम.केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) कार्यालय में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 141वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रीय गान के कथित रूप से गलत गायन को लेकर कांग्रेस पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। कार्यक्रम के दौरान गान के शब्दों और लय में हुई चूक का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय गान से की गई थी, लेकिन गान के बोलों के उच्चारण और क्रम को लेकर स्पष्ट असंगति देखी गई। कार्यक्रम में मौजूद कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे तुरंत नोटिस किया, जबकि कुछ देर बाद यह मुद्दा सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इसे राष्ट्र के सम्मान से जोड़कर देखा और सार्वजनिक मंच पर ऐसी चूक को गंभीर लापरवाही बताया।

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घटना के बाद कांग्रेस के भीतर भी आत्ममंथन शुरू हुआ। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आयोजन की जल्दबाजी और रिहर्सल की कमी के चलते यह स्थिति बनी। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय गान के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता और यह एक अनजानी मानवीय भूल थी। कुछ नेताओं ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों में अधिक सावधानी बरती जाएगी।

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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केरल जैसे संवेदनशील राजनीतिक राज्य में इस तरह की घटना कांग्रेस के लिए छवि संबंधी नुकसान का कारण बन सकती है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी संगठनात्मक मजबूती और जनविश्वास को फिर से स्थापित करने की कोशिश में जुटी है। सोशल मीडिया पर वायरल बहस ने इस मुद्दे को और हवा दी, जहां समर्थकों और आलोचकों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।

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इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर सार्वजनिक आयोजनों में प्रोटोकॉल और तैयारी के महत्व को रेखांकित किया है। राष्ट्रीय प्रतीकों से जुड़े कार्यक्रमों में छोटी-सी चूक भी बड़े विवाद का रूप ले सकती है। कांग्रेस नेतृत्व ने संकेत दिए हैं कि वह इस मामले से सबक लेते हुए आगे के कार्यक्रमों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करेगा, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने। 

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