चक्रवाती बारिश के कारण पांच दिनों तक मौसम खराब रहने के बाद आज रखौना क्षेत्र में धूप निकली। बादलों के बीच सूर्य के दर्शन होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। किसानों को उम्मीद है कि अब मौसम साफ होने पर वे खेतों में पड़ी अपनी फसलों को किसी तरह बचा पाएंगे। किसानों का कहना है कि वे इस समय दोहरी आर्थिक मार झेल रहे हैं। धान की कटाई हो चुकी थी, लेकिन लगातार बारिश के कारण फसल खेतों में ही पड़ी रही। इससे धान के दानों में फुटाव शुरू हो गया है, जिससे भारी नुकसान हो रहा है। किसान अक्षय भर ने बताया कि धान की कटाई के बाद मड़ाई न होने के कारण फसल खेत में ही पड़ी थी। बारिश से दानों में फुटाव शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर मौसम साफ हो जाएगा, तो वे किसी तरह मड़ाई करके दाने निकालने का प्रयास करेंगे। इसी तरह, किसान दीपू सिंह ने जानकारी दी कि उन्होंने कंबाइन से धान कटवा लिया था, लेकिन धूप न निकलने के कारण धान खेत में ही पड़ा है। धान सुखाने में बड़ी समस्या आ रही है। धूप निकलने पर वे धान को सुखा पाएंगे। किसान मोनू सिंह ने बताया कि यदि मौसम दो-तीन दिन भी साफ रहता है, तो वे किसी तरह धान का निस्तारण कर लेंगे, जिससे आर्थिक नुकसान में कुछ कमी आएगी। किसानों का कहना है कि तैयार फसल काटने के समय ही तूफान और बारिश की मार झेलनी पड़ी, जिससे उनकी फसलें खराब हो गईं।












































