हर्रैया सतघरवा में खैरहनिया गांव के पास स्थित पहाड़ी नाला धोबैनिया खैरहनिया खरझार पर पुल और तटबंध निर्माण की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। स्थानीय किसानों का कहना है कि वे वर्षों से पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस संबंध में प्रार्थना पत्र दिया गया है। किसानों ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक पुल का निर्माण न होने के कारण तुलसीपुर और हर्रैया सतघरवा विकास खंडों के साथ-साथ पड़ोसी जिला श्रावस्ती के सैकड़ों गांवों का आवागमन बारिश के मौसम में लगभग चार महीने तक बाधित रहता है। इससे शिवपुरा ब्लॉक मुख्यालय से भी संपर्क कट जाता है। नाले के उस पार खेतों से फसल, विशेषकर गन्ना, लाने में किसानों को ट्रैक्टर-ट्रॉली और बैलगाड़ी से भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। खरझार पहाड़ी नाला पार करने में 50 से अधिक गांवों के लोगों को परेशानी होती है। बरसात में खरझार पहाड़ी नाले में कई बार बाढ़ आती है, जिससे खैरहनिया, डेरवा, टेढीप्रास, लछुआपुर, चिरौंजीपुर, भुजेहरा, गंजडी, मैनहवा, नरायनपुर, उदईपुर खैरहनिया सहित लगभग 50 गांव टापू बन जाते हैं। इन गांवों के लोगों को शिवपुरा ब्लॉक मुख्यालय जाने के लिए हर्रैया-बरदौलिया होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीण अजय कुमार सिंह और सोनू मिश्रा ने बताया कि पुल निर्माण के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिए जा चुके हैं। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बरसात के मौसम में छिटनडीह, रंगबंशपुरवा, टेढीप्रास और मझरेटी जैसे गांवों में बीमार होने पर लोगों को इलाज के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इन गांवों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य जगदंबिका प्रसाद मिश्र, जिलाध्यक्ष यदुनंदन मिश्र, जिला उपाध्यक्ष मदन गोपाल, जिला पदाधिकारी अटल वर्मा, युवा प्रमुख अजय कुमार, कार्यकारिणी सदस्य कृष्ण बिहारी गुप्ता, कृषक अमरेश कुमार, मीडिया प्रभारी देव कुमार, ग्राम प्रधान टेढीप्रास राम निवास यादव, चंद्र प्रकाश मिश्र, दयाराम गुप्ता और सोनू मिश्रा सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
भारतीय किसान संघ ने पुल निर्माण को लेकर किया प्रदर्शन:खैरहनिया नाले पर पुल न होने से 50 गांवों का संपर्क कटता है
हर्रैया सतघरवा में खैरहनिया गांव के पास स्थित पहाड़ी नाला धोबैनिया खैरहनिया खरझार पर पुल और तटबंध निर्माण की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। स्थानीय किसानों का कहना है कि वे वर्षों से पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस संबंध में प्रार्थना पत्र दिया गया है। किसानों ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक पुल का निर्माण न होने के कारण तुलसीपुर और हर्रैया सतघरवा विकास खंडों के साथ-साथ पड़ोसी जिला श्रावस्ती के सैकड़ों गांवों का आवागमन बारिश के मौसम में लगभग चार महीने तक बाधित रहता है। इससे शिवपुरा ब्लॉक मुख्यालय से भी संपर्क कट जाता है। नाले के उस पार खेतों से फसल, विशेषकर गन्ना, लाने में किसानों को ट्रैक्टर-ट्रॉली और बैलगाड़ी से भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। खरझार पहाड़ी नाला पार करने में 50 से अधिक गांवों के लोगों को परेशानी होती है। बरसात में खरझार पहाड़ी नाले में कई बार बाढ़ आती है, जिससे खैरहनिया, डेरवा, टेढीप्रास, लछुआपुर, चिरौंजीपुर, भुजेहरा, गंजडी, मैनहवा, नरायनपुर, उदईपुर खैरहनिया सहित लगभग 50 गांव टापू बन जाते हैं। इन गांवों के लोगों को शिवपुरा ब्लॉक मुख्यालय जाने के लिए हर्रैया-बरदौलिया होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीण अजय कुमार सिंह और सोनू मिश्रा ने बताया कि पुल निर्माण के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिए जा चुके हैं। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बरसात के मौसम में छिटनडीह, रंगबंशपुरवा, टेढीप्रास और मझरेटी जैसे गांवों में बीमार होने पर लोगों को इलाज के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इन गांवों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य जगदंबिका प्रसाद मिश्र, जिलाध्यक्ष यदुनंदन मिश्र, जिला उपाध्यक्ष मदन गोपाल, जिला पदाधिकारी अटल वर्मा, युवा प्रमुख अजय कुमार, कार्यकारिणी सदस्य कृष्ण बिहारी गुप्ता, कृषक अमरेश कुमार, मीडिया प्रभारी देव कुमार, ग्राम प्रधान टेढीप्रास राम निवास यादव, चंद्र प्रकाश मिश्र, दयाराम गुप्ता और सोनू मिश्रा सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।









