बहराइच के कैसरगंज स्थित मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर से जुड़े एक मामले में जांच ने गति पकड़ ली है। कथित गलत रिपोर्ट के कारण अगापुर निवासी हरीराम के बच्चे के स्वास्थ्य पर खतरे की आशंका के बाद यह मामला सामने आया था। दो सप्ताह की सुस्ती के बाद, शनिवार को उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) बहराइच डॉ. अनुराग वर्मा ने खुद कैसरगंज पहुंचकर मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, डॉ. वर्मा ने बताया कि इस प्रकरण की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। यह टीम केंद्र से संबंधित सभी पहलुओं की गहन पड़ताल कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने तक और समिति की अंतिम रिपोर्ट आने तक पैथोलॉजी लैब की सेवाएं सीज कर दी गई हैं। पत्रकारों द्वारा शिकायतकर्ता हरीराम के बयान या साक्ष्य लेने के बारे में पूछे जाने पर, डिप्टी सीएमओ ने स्वीकार किया कि अभी उनका बयान दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी चरण में शिकायतकर्ता और अन्य संबंधित पक्षों से भी जानकारी ली जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले शिकायतकर्ता हरीराम और प्रेम कुमार सिंह ने जांच प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने डॉ. वर्मा के साथ हुई बातचीत का एक ऑडियो भी सार्वजनिक किया था। इस रिकॉर्डिंग के वायरल होने के बाद ही जांच में तेजी देखी गई। मौके पर हुई इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि स्वास्थ्य विभाग ने अब इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है।









