
श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के गुड़दौरिया दाखिला असशहरिया गांव में एक जमीन को फर्जी बैनामा कर हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़ित लालजी पुत्र पल्टू ने आरोप लगाया है कि एक सुनियोजित साजिश के तहत फर्जी व्यक्ति को खड़ा कर उसकी निजी जमीन का बैनामा करा दिया गया। इस संबंध में पीड़ित ने श्रावस्ती पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित लालजी के अनुसार, मौजा अनहरिया, तहसील भिनगा की गाटा संख्या 351 (रकबा लगभग 0.048 हेक्टेयर) नामक यह भूमि पहले रामलाल और पल्टू पुत्र रामसुख के नाम दर्ज थी। रामलाल की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी रत्ता ने लेखपाल से मिलीभगत कर अपने नाम वरासत दर्ज करा ली। पल्टू की मृत्यु के बाद भी रत्ता ने हल्का लेखपाल से मिलकर केवल बऊर के नाम वरासत दर्ज करवाई, जबकि नियमानुसार पल्टू के चार पुत्रों — लाली, लालजी, बऊर, कृपाराम — और पत्नी बैधी के नाम वरासत होनी चाहिए थी। आरोप है कि इसके बाद गोकुल पुत्र श्रीराम, चेतराम पुत्र माधवराम और कप्तान पुत्र श्रीराम ने मिलकर साजिश रची। उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा कर उसकी फोटो लगाई और सब रजिस्ट्रार कार्यालय भिनगा में गाटा संख्या 351 का फर्जी बैनामा करवा दिया। बताया जा रहा है कि इस जमीन के एवज में करीब 40 लाख रुपये की रकम ली गई। पीड़ित लालजी ने बताया कि यह पूरी प्रक्रिया धोखाधड़ी, छल-कपट और आपराधिक षड्यंत्र के तहत अंजाम दी गई। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पल्टू के तीन पुत्र नेपाल के जिला बाँके के नैनपुर गांव पालिका क्षेत्र में रहते हैं। वहीं, बऊर, कृपा पासी और बैधी तीनों मूक-बधिर हैं। इस स्थिति का लाभ उठाकर, बिना किसी वैध प्रमाण पत्र और पहचान के, फर्जी व्यक्ति से रजिस्ट्री करवा ली गई। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि फर्जी बैनामा और गलत वरासत को निरस्त किया जाए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने और पल्टू के चारों बच्चों के नाम भूमि दर्ज कराकर उन्हें न्याय दिलाने की अपील की है।








