इटवा में विकास खंड कार्यालय के कर्मचारियों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद, सभी कर्मचारियों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य शुरू किया। ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के बैनर तले कर्मचारी सोमवार से ही इस ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने घोषणा की है कि यह विरोध प्रदर्शन 4 दिसंबर तक जारी रहेगा। मंगलवार को दूसरे दिन, ब्लॉक कार्यालय के सामने एकत्रित हुए कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। ‘आवाज दो, हम एक हैं’, ‘कर्मचारी समन्वय समिति जिंदाबाद’, और ‘कर्मचारी एकता जिंदाबाद’ जैसे नारे सुनाई दिए। कर्मचारियों ने बताया कि ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाती है। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण उन्हें बेवजह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1 से 4 दिसंबर तक काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य किया जाएगा, जबकि 5 दिसंबर से सभी सचिव अपने निजी वाहनों का प्रयोग बंद कर देंगे। इसके बाद संगठन के दिशा-निर्देशानुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी। विरोध प्रदर्शन में मुख्तार अली, अजय चौधरी, विजय कुमार, अभिषेक, विजय पाल, अनूप रावत, हरींद्रनाथ, जावेद खान, मनोज कुमार, विनीत, मिथलेश, रितेश सहित इटवा ब्लॉक के सभी कर्मचारी मौजूद रहे। इसी तरह, खुनियांव ब्लॉक में भी कर्मचारियों ने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था का विरोध करते हुए काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इस प्रदर्शन में मौईदुर्रहमान, पीयूष पाण्डेय, तारिक, सुशील द्विवेदी, सर्वजीत यादव, लवकुश अनुराग और देवदत्त चौधरी सहित अन्य कर्मचारी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
इटवा में कर्मचारियों ने ऑनलाइन हाजिरी का विरोध किया:नेटवर्क समस्या बताकर काली पट्टी बांधी, 5 दिसंबर से निजी वाहन का बहिष्कार
इटवा में विकास खंड कार्यालय के कर्मचारियों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद, सभी कर्मचारियों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य शुरू किया। ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के बैनर तले कर्मचारी सोमवार से ही इस ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने घोषणा की है कि यह विरोध प्रदर्शन 4 दिसंबर तक जारी रहेगा। मंगलवार को दूसरे दिन, ब्लॉक कार्यालय के सामने एकत्रित हुए कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। ‘आवाज दो, हम एक हैं’, ‘कर्मचारी समन्वय समिति जिंदाबाद’, और ‘कर्मचारी एकता जिंदाबाद’ जैसे नारे सुनाई दिए। कर्मचारियों ने बताया कि ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाती है। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण उन्हें बेवजह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1 से 4 दिसंबर तक काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य किया जाएगा, जबकि 5 दिसंबर से सभी सचिव अपने निजी वाहनों का प्रयोग बंद कर देंगे। इसके बाद संगठन के दिशा-निर्देशानुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी। विरोध प्रदर्शन में मुख्तार अली, अजय चौधरी, विजय कुमार, अभिषेक, विजय पाल, अनूप रावत, हरींद्रनाथ, जावेद खान, मनोज कुमार, विनीत, मिथलेश, रितेश सहित इटवा ब्लॉक के सभी कर्मचारी मौजूद रहे। इसी तरह, खुनियांव ब्लॉक में भी कर्मचारियों ने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था का विरोध करते हुए काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इस प्रदर्शन में मौईदुर्रहमान, पीयूष पाण्डेय, तारिक, सुशील द्विवेदी, सर्वजीत यादव, लवकुश अनुराग और देवदत्त चौधरी सहित अन्य कर्मचारी प्रमुख रूप से शामिल रहे।


































