बहराइच में आबादी क्षेत्र में भटक रहा एक तेंदुआ मंगलवार सुबह पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग ने महसी तहसील के कारीपुरवा गांव में लगाए गए ट्रैपिंग केज में तेंदुए को पकड़ा। प्रभागीय वनाधिकारी राम सिंह यादव ने इसकी जानकारी दी। यह तेंदुआ 8 नवंबर 2025 से महसी और कैसरगंज तहसील के आबादी वाले इलाकों में घूम रहा था। अपने प्राकृतिक आवास से भटककर यह वन्यजीव ग्रामीण क्षेत्रों में आ गया था, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा को खतरा था। स्थानीय जनमानस की सुरक्षा और तेंदुए के सुरक्षित रेस्क्यू के लिए वन विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में पिंजरे लगाए थे। उप प्रभागीय वनाधिकारी, नानपारा और क्षेत्रीय वनाधिकारी, बहराइच के निर्देशन में गठित टीमों द्वारा तेंदुए की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। पिंजरे में कैद होने के बाद तेंदुए को सुरक्षित बहराइच के प्रभागीय कार्यालय परिसर लाया गया है। पशु चिकित्सक द्वारा उसके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। उच्च अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद उसे उसके प्राकृतिक आवास या किसी प्राणी उद्यान में भेजा जाएगा।
बहराइच में आबादी क्षेत्र में भटक रहा तेंदुआ पिंजरे में: वन विभाग ने 8 नवंबर से निगरानी के बाद किया रेस्क्यू – Imaliya Ganj(Payagpur) News
बहराइच में आबादी क्षेत्र में भटक रहा एक तेंदुआ मंगलवार सुबह पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग ने महसी तहसील के कारीपुरवा गांव में लगाए गए ट्रैपिंग केज में तेंदुए को पकड़ा। प्रभागीय वनाधिकारी राम सिंह यादव ने इसकी जानकारी दी। यह तेंदुआ 8 नवंबर 2025 से महसी और कैसरगंज तहसील के आबादी वाले इलाकों में घूम रहा था। अपने प्राकृतिक आवास से भटककर यह वन्यजीव ग्रामीण क्षेत्रों में आ गया था, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा को खतरा था। स्थानीय जनमानस की सुरक्षा और तेंदुए के सुरक्षित रेस्क्यू के लिए वन विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में पिंजरे लगाए थे। उप प्रभागीय वनाधिकारी, नानपारा और क्षेत्रीय वनाधिकारी, बहराइच के निर्देशन में गठित टीमों द्वारा तेंदुए की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। पिंजरे में कैद होने के बाद तेंदुए को सुरक्षित बहराइच के प्रभागीय कार्यालय परिसर लाया गया है। पशु चिकित्सक द्वारा उसके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। उच्च अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद उसे उसके प्राकृतिक आवास या किसी प्राणी उद्यान में भेजा जाएगा।









































