सोनौली में मानक के विपरीत चल रहीं निजी बसें: बन रहे हादसे का कारण, एआरटीओ ने बताय जांच कर कर्रवाई होगी – Nautanwa(Nautanwa) News

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भारत-नेपाल सीमा के सोनौली बॉर्डर से दिल्ली जा रही एक निजी बस सोमवार रात ट्रक से टकराने के बाद उसमें आग लग गई। हादसे में तीन यात्रियों की मौत हो गई, जबकि लगभग 25 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। नेपाल बेलहिया पुलिस भी सोनौली पुलिस से संपर्क कर यात्रियों का विवरण ले रही है। परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कई निजी बसें यात्रियों की जान जोखिम में डाल रही हैं। मानक के विपरीत तैयार की गई इन बसों में यात्री सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। स्थानीय लोगों और यात्रियों का आरोप है कि ये बसें बिना फिटनेस, बिना मानक सुरक्षा उपकरण और बिना अनुमति के मनमाने ढंग से यात्रियों को भरकर लंबी दूरी की यात्रा पर भेज दी जाती हैं। यात्रियों के मुताबिक, बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं के बावजूद जिम्मेदार विभाग केवल औपचारिक जांच करते हैं और कुछ दिनों बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है। हाल ही में हुए हादसे वाली बस में अग्निशमन उपकरण और सुरक्षा निकास (इमरजेंसी एग्जिट) नाम मात्र का था, जिससे हालात और भयावह हो गए। अवैध या मानक-विपरीत बसों के संचालन से सरकार के राजस्व को भी भारी नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके, सोनौली से ऐसी बसें खुलेआम संचालित हो रही हैं और प्रशासन का कोई ठोस स्थायी कदम नजर नहीं आता। इस दुर्घटना के बाद स्थानीय नेपाली नागरिकों के परिजनों ने एक बार फिर मांग उठाई है कि सोनौली बॉर्डर से चलने वाली दो दर्जन से अधिक बसों की नियमित फिटनेस जांच, परमिट सत्यापन और सुरक्षा मानकों की कड़ाई से समीक्षा की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। एआरटीओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अभियान चलाकर ऐसी बसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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