बलरामपुर में 429 अपात्र किसानों से वसूली शुरू:पीएम किसान सम्मान निधि में 37 लाख की गड़बड़ी उजागर, विभाग ने किस्तें रोकीं

15
Advertisement

बलरामपुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की जांच के दौरान बड़ी अनियमितता सामने आई है। सख्त सत्यापन प्रक्रिया के बाद 429 अपात्र लाभार्थी पकड़े गए हैं। विभाग ने इन अपात्रों से लगभग 37 लाख 10 हजार रुपये की वसूली का दावा किया है और उनकी किस्तें रोक दी गई हैं। इन अपात्र लाभार्थियों में आयकर दाता और ऐसे किसान शामिल हैं जिनके पति-पत्नी दोनों एक साथ योजना का लाभ ले रहे थे। यह गड़बड़ी योजना के नियमों का उल्लंघन है। योजना के शुरुआती चरण में जिले के 3.20 लाख किसानों को पहली किस्त मिली थी। हालांकि, समय के साथ लाभार्थियों की संख्या में कमी आई है। हाल ही में जारी 20वीं किस्त केवल 1,38,846 किसानों को ही मिल पाई, जिससे 1.81 लाख से अधिक किसानों का भुगतान रुका रहा। अधिकारियों के अनुसार, रजिस्ट्री अपडेट न होने और खतौनी में नामों का मेल न खाने के कारण कई किसानों की प्रक्रिया अधूरी रह गई। इससे पात्र किसानों को भी किस्तें मिलने में देरी हुई।किसानों ने बताया कि खतौनी में सह-खाताधारक का नाम सही तरीके से दर्ज न होने से रजिस्ट्री पूरी नहीं हो पा रही है। मुख्य खाताधारक और सह-खाताधारक के नाम अलग-अलग कॉलम में होने से डिजिटल सत्यापन में बाधा आ रही है। विभाग ने पति-पत्नी दोनों द्वारा लाभ लेने के मामलों पर कड़ा रुख अपनाया है। ऐसे मामलों में एक व्यक्ति से पूरी राशि वसूलने के बाद ही दूसरे को भविष्य की किस्त का भुगतान किया जाएगा। सभी ब्लॉकों में जांच समितियां गठित की गई हैं, जो ग्राम पंचायत सचिवों और लेखपालों के सहयोग से वसूली प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही हैं। उप कृषि निदेशक श्याम नारायण राम ने जानकारी दी कि अपात्र किसानों की पहचान तेजी से की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि यदि किसी को गलती से राशि प्राप्त हुई है, तो वे स्वेच्छा से विभागीय खाते में जमा करें। ऐसा न करने पर वसूली प्रमाण पत्र जारी कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यहां भी पढ़े:  अमरोहा तिगरी मेला 2025: डीएसपी अंजली कटारिया की पहल ने बनाया मेले को खास
Advertisement